‘मेरे पिता के हत्यारों की नजर अब मुझ पर है’, जीशान सिद्दीकी ने दी खुली चुनौती

‘मेरे पिता के हत्यारों की नजर अब मुझ पर है’, जीशान सिद्दीकी ने दी खुली चुनौती

महाराष्ट्र: मुंबई में हाल ही में एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसकी जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। खबरों के मुताबिक, गैंग का अगला टारगेट बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी थे। इस घटना के बाद जीशान सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर हत्यारों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उनके पिता के हत्यारों की नजर अब उन पर है, लेकिन वे उन्हें डराकर रोक नहीं सकते।

‘मेरे पिता एक शेर थे, उनकी दहाड़ मेरी रगों में है’

जीशान सिद्दीकी ने रविवार को अपने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट में लिखा, “उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया, लेकिन वे भूल गए कि वह एक शेर थे, और उनकी दहाड़ आज मेरी रगों में बह रही है। मेरे पिता ने हमेशा न्याय के लिए खड़े होकर साहस के साथ बदलाव की लड़ाई लड़ी। उनकी यह लड़ाई अब मेरी है।”

‘यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई’

जीशान ने आगे लिखा, “जिन लोगों ने मेरे पिता को मारा, अब वे मेरी ओर देख रहे हैं, यह मानकर कि वे जीत चुके हैं। लेकिन मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मेरे भीतर शेर का खून दौड़ रहा है। मैं निडर और अडिग खड़ा हूं। उन्होंने एक को मारा, लेकिन अब मैं उनकी जगह खड़ा हूं। यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। आज मैं वहीं खड़ा हूं, जहां मेरे पिता थे: जीवित, निडर और तैयार।”

उन्होंने पूर्वी बांद्रा के लोगों को भी आश्वासन देते हुए कहा, “मेरे लोग, आप निश्चिंत रहें, मैं हमेशा आपके साथ हूं।”

‘धोखे से मारते हैं गीदड़ भी शेर को’

इससे पहले शनिवार को जीशान सिद्दीकी ने अपने पिता के हत्यारों पर निशाना साधते हुए एक और ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, “बुज़दिल डराया करते हैं अक्सर दिलेर को, धोखे से मार देते हैं गीदड़ भी शेर को।” यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसे उनके समर्थकों ने साहसिक और दृढ़ संकल्प का प्रतीक माना।

जीशान सिद्दीकी के इस बयान ने हत्या के बाद की स्थिति को और गंभीर बना दिया है, और अब सभी की नजरें इस पर हैं कि आगे क्या होगा।


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