‘मेरे पिता ने बम गिराया लेकिन…’ बीजेपी नेता की पोस्ट पर सचिन पायलट ने किया पलटवार

भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट पर एक टिप्पणी की जिसके बाद राजनीतिक घमासान मच चुका है। अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि राजेश पायलट जब वायुसेना में थे तो उस दौरान उन्होंने मिजोरम पर बम गिराए थे। इस बात पर सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट को लेकर भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कुछ दिनों पहले एक टिप्पणी की थी।
उन्हें एक न्यूज चैनल की वीडियो क्लिप को साझा करते हुए अपने X (ट्विटर) हैंडल पर लिखा था कि राजेश पायलट ने मिजोरम में बम गिराए थे।
अमित मालवीय के इस बयान पर मंगलवार (15 अगस्त) को कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “बेशक मेरे पिता भारतीय वायुसेना के पायलट थे और उन्होंने बम गिराए थे, लेकिन आपने जो फैक्ट दिए हैं वे गलत हैं।”
सचिन पायलट ने कहा, “मेरे पिता को उस साल अक्टूबर में एयर फोर्स में नियुक्त किया गया था।”
सचिन पायलट ने दिया जवाब
सचिन पायलट ने अपने X (ट्विटर) हैंडल के जरिए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, अमित मालवीय जी! आपके पास गलत तारीख, गलत तथ्य हैं… हां, भारतीय वायुसेना के पायलट के रूप में मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे। लेकिन वह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर बम गिराया था, न कि 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर जैसा कि आप दावा कर रहे हैं। उन्हें 29 अक्टूबर 1966 को भारतीय वायुसेना में नियुक्त किया गया था! जय हिन्द एवं स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।
सचिन पायलट ने एक दस्तावेज की तस्वीर भी X (ट्विटर) पर साझा की। जानकारी के मुताबिक, राजेश पायलट की यह नियुक्ति पत्र है।
अमित मालवीय ने क्या कहा?
अमित मालवीय ने 13 अगस्त को अपने X (ट्विटर) हैंडल के जरिए लिखा,”राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराये। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। स्पष्ट है कि नॉर्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।
पीएम मोदी ने मिजोरम को लेकर कांग्रेस को घेरा
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने मिजोरम के खिलाफ वायुसेना का प्रयोग किया था। पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि भारत-चीन युद्ध के दौरान पूर्वोत्तर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया था। पीएम मोदी ने आगे सवाल किया था उस समय मिजोरम के नागरिक हमारे नागरिक नहीं थे। उस राज्य के लोग हर साल 5 मार्च को शोक मनाते हैं।
कांग्रेस ने की आलोचना
पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जाहिर की थी। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मार्च 1966 में मिजोरम में पाकिस्तान और चीन से समर्थन पाने वाली अलगाववादी ताकतों से निपटने के लिए इंदिरा गांधी ने काफी मेहनत की थी। मिजोरम के मामले पर पीएम मोदी द्वारा इंदिरा गांधी की आलोचना करना सही नहीं है।