देवबन्द यूनानी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा कौमी एकता सम्मेलन का आयोजन

देवबन्द यूनानी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा कौमी एकता सम्मेलन का आयोजन
  • युनानी मेडिकल कालेज में कार्यक्रम को सम्बोधित करते वक्ता

देवबंद [24CN]: देवबन्द यूनानी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा कौमी एकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि इंद्रेश कुमार मार्गदर्शक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भारतीयता, हिन्दुस्तानियत और भाई चारे पर अपना खास जोर देते हुए कहा कि हम दुनिया के किसी भी मुल्क में चले जाएं तो हमारी पहचान हमारे धर्मो से नही बल्कि हमारी पहचान हमारे मुल्क से होती है। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य हिन्दू मुस्लिम को एक साथ जोड़ कर ये बताना है कि हमारे पूर्वज एक थे हमारी परंपरा एक सामान हैं हमारे रीति रिवाज एक है इसलिए मूल रूप से हम एक ही डीएनए से सम्बंधित हैं। उन्होंने विस्तार पूर्वक समझाया कि किस तरह महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान के लिए हमारी सरकार ने महिला को मजबूत बनाने के लिए तलाक विरोधी कानून लागू किया।  उन्होंने कहा कि बेहतरीन मुसलमान वो है जो वतन से मोहब्बत करें इंसानियत को चाहे ये ही इस्लाम की मूल शिक्षा है उन्होंने हजरत मुहम्मद की जीवनी उनकी सुन्नतें शिक्षा व उनका मानवता के लिए जो संदेश थे मौजूद जनसमूह को विस्तार से व्याखित किये।

इस अवसर पर कनल राजीव रावत, तुषारकान्त, मौलाना अब्दुल लतीफ कासमी, स्वामी सिंधु राज, प्रधान कारी ऐजाज उमाही ने भी संबोधित करते हुए भारतियता भाईचारे और मानवतावादी बनने का संदेश दिया। देवबन्द यूनानी मेडिकल कॉलेज के प्रभन्धक डॉ कमरुज्जमा कुरैशी ने इंद्रेश कुमार का जोरदार इस्तकबाल किया तथा अपनी तरफ से उनको शानदार मोमेंटो और शाल औढाकर सम्मानित किया, इस अवसर सभी स्टेज पर मौजूद लोगों को शाल ओर मोमेन्टो से डॉ कमरुज्जमा ने सम्मानित किया। इस अवसर पर देवबन्द के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ताओं और जिला संयोजक राव मुशर्रफ अली का इस्तकबाल हुआ और इंद्रेश द्वारा उनकी पत्नी और पुत्री के साथ-साथ दर्द देवबन्दी, कुमारी सादिया, प्रोफेसर शगुफ्ता का सम्मान किया गया, इस अवसर पर राव शारिक, मूर्तजा कुरैशी, शाहनवाज सलमानी, अहसान अंसारी, अनवर इंजीनियर, जुल्फिकार बेग, रेखा, ओमपाल, तुषारकान्त, अफजाल राष्ट्रीय संयोजक मुस्लिम मंच, सह संयोजक अजीम उल हक, शाकिर सलमानी, प्राचार्य डॉ मो असलम, एंव बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुषों के साथ साथ छात्र छात्राओं और शहर के हजारों लोग मौजूद थे।