पांवधोई की सफाई के लिए हर प्रयास करेंगे: नगरायुक्त

- सहारनपुर में पांवधोई समिति की बैठक को सम्बोधित करते नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह।
सहारनपुर [24CN]। जलीय जीव जंतुओं के संरक्षण और वातावरण में प्राण वायु की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नगर निगम ने एकीकृत स्मार्ट जलवायु शोधक संयंत्र लगाने का काम शुरु कर दिया है। इस संयंत्र से जल के साथ साथ वायु भी शुद्ध की जायेगी। पांवधोई नदी की निगरानी के लिए नदी के किनारे कैमरे भी लगाये जायेंगे।
नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने पांवधोई विकास समिति की बैठक में आज उक्त जानकारी देते हुए बताया कि जल के साथ साथ वायु शोधन भी नगर निगम का लक्ष्य है ताकि महानगर के लोगों को शुद्ध वायु मिल सके। उन्होंने बताया कि नगर निगम पर्यावरण संरक्षण के लिए दस मियाबाकि फोरेस्ट बना रहा है। चार बनकर तैयार हो चुके है और छह बनाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नदी में सीवर का पानी न जाए इसके लिए एसटीपी प्लांट की क्षमता 38 एमएलडी से बढ़ाकर 150 एमएलडी की जा रही है। जलस्तर को ऊंचा उठाने के लिए सभी 165 तालाबों को चिहिन्त कर उनके सौंदर्यकरण और पुर्नरुद्धार का काम शुरु कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पांवधोई को उसकी पवित्रता लौटाने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि नदी की निगरानी के लिए नदी पर कैमरे लगाये जायेंगे ताकि नदी प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। उन्होंने नाालियों व नदी में गोबर बहाने वालों को भी सख्त चेतावनी दी।
निगम के पर्यावरण प्लानर डॉ.उमर सैफ ने संयंत्र एवं निगम परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा पांवधोई पर वाटर शेड मैपिंग, ग्राउंड वाटर मैपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा एकीकृत स्मार्ट जलवायु शोधक संयंत्र लगाने का काम शुरु कर दिया गया है जो लगभग एक माह में पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके तहत चिलकाना रोड नाले तथा मदरसा मजाहिर उलूम व अन्य बड़े जल उपभोक्ताओं द्वारा नाले में गिराये जानी वाली नालियों का डायवर्जन कर धोबीघाट पर ट्रीटमेंट स्टेशन तक लाया जायेगा और उपचार कर इसे वापस उपभोक्ताओं को पहुंचाने के अलावा पानी में घुलित आक्सीजन की मात्रा 6.8 मिली ग्रा. प्रतिलीटर कर नदी में डाला जायेगा। जिससे नदी के जलीय जीव जंतु सांस ले सकें।
सैफ ने बताया कि नदी पर प्रत्येक 100 मीटर की दूरी पर एक फ्लोटिंग बैरियर लगाया जायेगा जिससे तैरता हुआ कचरा स्थानीय स्तर पर निकाल कर उसका निस्तारण कराया जा सके। उन्होंने बताया कि उक्त संयत्र के माध्यम से नदी के मृत जल को स्वच्छ निर्मल कर आक्सीजन सहित जल में बदला जायेगा। बैठक में पांवधोई समिति के डॉ. एस के उपाध्याय, डॉ.पी के शर्मा, आमिर खां एडवोकेट, डॉ.वीरेन्द्र आजम, ए सी पपनेजा, मौलवी फरीद, मौलाना साजिद, दीपक गुप्ता भैय्या जी, मुकन्द मनोहर गोयल, दिनेश जैन व रामदीप बंसल ने भी सुझाव दिए। बैठक में मुख्य अभियंता निर्माण कैलाश सिंह, नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ. कुनाल जैन, पार्षद मानसिंह जैन, पार्षद नंदकिशोर शर्मा तथा चौ.मुजफ्फर अली आदि शामिल रहे।