Munger Durga Visarjan Case : मुंगेर में मूर्ति विजर्सन के बाद बवाल के खिलाफ फिर सड़क पर उतरे लोग, पुलिस जीप फूंकी; हटाए गए डीएम व एसपी
मुंगेर । मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और श्रद्धालुओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के मामले ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया। युवाओं ने जमकर बवाल किया और पुलिस जीप फूंक डाली। ये नारेबाजी करते हुए एसपी कार्यालय तक पहुंच गए। भारी संख्या में पुलिस के पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण पाया जा सका। इस बीच चुनाव आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक को हटाने का आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि नए जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक की पोस्टिंग आज ही कर दी जाएगी।
सुबह सैकड़ों युवा सड़कों पर उतर गए और नारेबाजी करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक जा पहुंचे। इन्होंने एसपी कार्यालय परिसर में लगे एक वाहन के शीशे तोड़ डाले। पुलिस कार्यालय के आगे लगे बोर्ड को भी उखाड़ फेंका। इसके बाद युवाओं की टोली शहर में प्रदर्शन करते हुए पूरबसराय ओपी पहुंची। युवाओं ने पूरबसराय ओपी के सामने खड़ी पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया। ये पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषी पुलिसकॢमयों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बाद में भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया। इसके बाद युवा शांत हुए। इस घटना के बाद हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है।
इधर, चेंबर आफ कॉमर्स के आह्वान पर मुंगेर बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल, सचिव मनोज जैन, आपात कमेटी के चेयरमैन संतोष अग्रवाल व उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह आदि घूम-घूमकर बाजार में व्यवसायियों से दुकान बंद करने की अपील करते रहे। अधिकांश दुकानें भी बंद रहीं।
थाने के अंदर घुसकर टेबल के सीसी टोड़े
आक्रोशित लोगों ने वासुदेवपुर ओपी में घूस कर तोडफ़ोड़ की। ओपीध्यक्ष के टेबल पर रखे शीशे को तोड़ दिया। वहीं, ओपी परिसर में रखे फर्नीचर को आग के हवाले कर दिया। भारी संख्या में पुलिस के पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारी ओपी के समीप से हटे।
लाठीचार्ज मामले में दो थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
प्रतिमा विसर्जन के दौरान लाठीचार्ज मामले में मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एक साथ मुफस्सिल थानाध्यक्ष और वासुदेवपुर ओपीध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया। डीएम ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। अगर पुलिस की गलती सामने आई, तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी की याद रखा जाएगा।