आरोपी को मामा बताती थी मृतका, मुंबई पुलिस जांच में यह भी हुआ खुलासा

मुंबई के ठाणे में श्रद्धा वॉलकर से भी दर्दनाक हत्या का मामला सामने आया है. आरोपी ने शव के टुकड़ों को कुकर में उबाला और फिर मिक्सी में पीसा. आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलाया किया है.
मुंबई: मुंबई के ठाणे में श्रद्धा वॉलकर हत्याकांड से भी दर्दनाक घटना हुई है. लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले पार्टनर ने युवती की निर्मम हत्या कर दी है. इसके बाद आरोपी ने शव के कई टुकड़े किए और फिर उसे कुकर में उबाला. आरोपी का यहां भी मन नहीं भरा तो शव के टुकड़ों को मिक्सी में पीसा और फिर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन उससे पहले ही उसके पड़ोसियों को शक हो गया और पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने शव के टुकड़ों को कब्जे में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पुलिस रिमांड में बड़ा खुलासा किया है.
यह घटना ठाणे के मीरा भायंदर रोड की है. पुलिस को अबतक की जांच में पता चला है कि मृतका सरस्वती वैद्य का बचपन अहमनगर के अनाथ आश्रम में बीता और उसने यहीं से 10वीं तक की पढ़ाई की. सरस्वती वैद्य ने 18 साल की आयु में अनाथ आश्रम को छोड़ दिया. वो वहां से निकलकर 4-5 साल तक औरंगाबाद में अपनी बहन के साथ रही थी. इसके बाद जब वह कुछ साल मुंबई में रही थी तो उसकी जान पहचान आरोपी मनोज साने से हो गई थी.
मनोज ने मुंबई में मृतका को काम दिलाया था और अपने साथ रहने के लिए कहा था. दोनों शुरुआती दिनों में आरोपी के बोरीवली स्थित 2BHK फ्लैट में रहते थे. इस दौरान आरोपी बोरीवली की एक दुकान में काम करता था. इस बीच दोनों ने शादी कर ली. कुछ पांच बहनों में मृतका सबसे छोटी थी और उनके माता पिता औरंगाबाद में ही रहते थे.
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में आत्महत्या की कहानी बताई है, जिस पर पुलिस को विश्वास नहीं है. इसलिए पुलिस इस मामले की जांच हर एंगल से कर रही है. शादी के बाद दोनों अपने रिश्ते के बारे में सार्वजनिक रूप से लोगों को बताने से बचते थे. आरोपी की आयु ज्यादा होने की वजह से मृतक लोगों के सामने उसे अपना मामा बताती थी. दोनों कई बार अहमदनगर के आश्रम में भी आए थे और वहां बच्चों को गिफ्ट या खाने पीने की चीजें देते थे. आश्रम में भी मृतका आरोपी को अपना मामा ही कहती थी.
