फिर विवादों में फंसे MP के मंत्री विजय शाह, रेप विक्टिम के परिवार की पहचान की उजागर

कर्नल सोफिया कुरैशी को निशाना बनाकर सांप्रदायिक टिप्पणी करने के कारण विवादों में घिरे मध्य प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार बलात्कार पीड़िता के परिवार की निजता से समझौता करने को लेकर वो विवादों में आ गए हैं। शाह ने खंडवा में बलात्कार-हत्या पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और मुआवजे के तौर पर चेक सौंपा। हालांकि, इस दौरान स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं और उपस्थित लोगों ने पीड़िता के परिवार की तस्वीरें खींचीं, जिन्हें बाद में सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया। वायरल तस्वीरों में पीड़िता के रिश्तेदारों की पहचान उजागर हो गई, जिससे उनकी निजता के अधिकार का उल्लंघन होने तथा यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़ितों की पहचान की सुरक्षा से संबंधित कानूनों का उल्लंघन होने का आरोप लगाते हुए विभिन्न वर्गों से इसकी आलोचना की गई।
इस ताजा विवाद ने भाजपा नेता के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। शाह पिछले महीने कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में दिए गए सांप्रदायिक और अपमानजनक बयान के लिए आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की अधिकारी थीं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग का नेतृत्व किया था। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए शाह ने सोफिया कुरैशी पर एक बेहद सांप्रदायिक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में मौजूद लोगों की तरह उसी समुदाय की एक बहन”को भेजा था।
शाह ने दर्शकों की तालियों के बीच कहा कि मोदी जी समाज के लिए प्रयास कर रहे हैं। जिन्होंने हमारी बेटियों को विधवा किया, हमने उन्हें सबक सिखाने के लिए उनकी अपनी एक बहन को भेजा। आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों की पहचान उनके धर्म के आधार पर करने की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने एक बेहद विवादास्पद उदाहरण देते हुए कहा अब मोदी जी ऐसा नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने अपनी सोसाइटी से एक बहन को भेजा, ताकि अगर तुम हमारी बहनों को विधवा करोगे तो तुम्हारी कोई बहन आकर तुम्हारे कपड़े उतार देगी।