MP के मंत्री बोले- कमलनाथ का बयान आतंकवादियों जैसा

- मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार कमी देखने को मिल रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ के कोरोना पर दिए एक बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार कमी देखने को मिल रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ के कोरोना पर दिए एक बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है. इस पर एमपी के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि कमलनाथ ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि मौका अच्छा है, आग लगाओ. ठीक ऐसा ही आतंकवादी भी कहते हैं – बम विस्फोट, आगजनी और हिंसा में शामिल होना. ये हरकतें आतंकवाद की श्रेणी में आती हैं. मेरी मांग है कि कमलनाथ पर देशद्रोह का मामला दर्ज हो.
आपको बता दें कि एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि दुनिया भर में देश की पहचान इंडियन कोरोना (Indian Strain) से बन गई है. कमलनाथ ने कहा कि इसकी शुरुआत चीनी कोरोना से हुई थी. जनवरी 2020 में कहते थे यह कोरोना चीन का है. अब यह भारतीय वेरिएंट कोरोना है. कमलनाथ के इस बयान पर राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कमलनाथ ने कहा कि साल 2020 में हम कहते थे चाइनीज कोरोना है. अब भारतीय वेरिएंट आ चुका है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि इंडियन कोरोना से सब डर रहे हैं सारी फ्लाइटें बंद करो. जो छात्र और नौकरी करने वाले थे उनकी एंट्री बंद कर दी है कि यह इंडियन कोरोना ले आएंगे. यह आज अपने देश की पहचान बन गई है. मेरा भारत महान तो छोड़िए मेरा भारत कोविड का बन गया है. कमलनाथ जी, चीन से आपकी दोस्ती के किस्से तो सुने थे लेकिन आज आपने चाइनीस कोरोना को इंडियन कोरोना बताकर चीन की गुलामी की है.
CM शिवराज ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा-कमलनाथ घटिया राजनीति कर रहे हैं
गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ देश का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. मेरा भारत कोविड जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना और इंडियन कोरोना वाला बयान देना क्या कांग्रेस, कमलनाथ और सोनिया गांधी को शोभा देता है? महासंकट की इस घड़ी में कमलनाथ, आप घटिया राजनीति कर रहे हैं.’ सीएम शिवराज ने आगे कहा, ‘क्या आपके इस बयान से दूसरे देश में रहने वाले भारतीयों का मनोबल कम नहीं होगा? क्या देश के सम्मान पर चोट नहीं पहुंचेगी? क्या यह बयान राष्ट्र द्रोह जैसा नहीं है? सोनिया गांधी से मैं पूछना चाहता हूं कि क्या ऐसे बयान देने वाले नेता पर कोई कार्रवाई करेंगी.