हजरत इमाम हुसैन व करबला के शहीदों की याद में निकाला मातमी जुलूस

हजरत इमाम हुसैन व करबला के शहीदों की याद में निकाला मातमी जुलूस
  • सहारनपुर में निकाले गए मोहर्रम के मातमी जुलूस का दृश्य।

सहारनपुर। हजरन इमाम हुसैन व करबला के शहीदों की याद में मातमी जुलूस निकाला गया जिसमें या हुसैन, या हुसैन या प्यास या अब्बास की सदाएं बुलंद करते हुए अकीदतमंदों ने जंजीरों में बंधी छूरियों कमहा व हाथों से मातम किया। जंजीर व कमहा का मातम बड़ी इमाम बारगाह से होता हुआ जामा मस्जिद तक हुआ।

जामा मस्जिद कला चौक फव्वारा पर हुजतुल इस्लाम डा. मौलाना शफीक हुसैन शफक ने तकरीर करते हुए हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी का पसे मंजर पेश किया। उसके बाद जुलूस आगे बढ़ गया तथा दोबारा जंजीरों का मातम करबला पहुंचने के बाद भी हुआ। बड़ी इमाम बारगाह जाफर नवाज से शुरू हुए जुलूस में सबसे आगे घोड़े, ऊंट, भैंसा बोगी पर बैठे छोटे-छोटे बच्चे हाथों में काले निशान लिए हुए हाय सकीना हाय प्यास चमन-चमन, कली-बली, अली-अली, नाराए हैदरी, या अली, हुसैनियत जिंदाबाद, यजीदयत मुर्दाबाद, नारा ए तकबीर अल्लाह हो अकबर की सदाए बुलंद करते चल रहे थे। उनके पीछे शबीह अलम हजरत अब्बास को लेकर यूसुफ हैदर जैदी चल रहे थे। शबीह अलम के पीछे अंजुमन ए इमामिया, अंजुमन ए इमामिया व सागसारे अंजुमन ए अकबरिया चल रही थी। अंजुमन ए इमामिया में नोहा पढऩे वालों में मिजरा मेहरबान, पंजेतन आसिफ रजा, तौसीफ मेहंदी, मिजरा अयाज, अली मेहंदी, शहबाज काजमी, शोजब रजा आदि रहे।

जबकि अंजुमन ए इमामिया का संचालन मिजरा मेहरबान, लियाकत हुसैन, अनवार जैदी, जमाल जैदी आदि ने किया। सोगवारे अंजुमन ए अकबरिया में नोहा पढऩे वालों में सलीस हैदर काजमी, अनवर अब्बास जैदी, अदनान काजमी, शूजा काजमी, रहबर जैदी, शबीह हैदर आदि रहे। सोगवारे अंजुमन अकबरिया का संचालन अख्तर अली जैदी, इफ्तखार हुसैन जैदी, विजारत काजमी, ख्वाजा नगीन, आसिफ हैदर, कब्बू, नवाजिश हुसैन, महमूद नकवी, वाजिद अली, शाह अफरोज, राहत अली, मौहम्मद आलम, आगाज अथहर, साने रजा आदि ने किया। जुलूस में सबसे पीछे फूलों से सजा जुलजना चल रहा था जिसकी बाघ तनवीर हैदर हुसैन अब्बास व अकबर अब्बास ने पकड़ रखी थी तथा जुलूस के बीच में ताजिया चल रहा था।

जुलूस बड़ी इमाम बारगाह से शुरू होकर पुल सब्जी मंडी, जामा मस्जिद कला, मोरगंज, भगतसिंह चौक, खुमरान रोड, पुरानी चुंगी, महाराज सिंह कालेज से होता हुआ पुराना घास कांटा स्थित करबला पहुंचकर सम्पन्न हुआ। जुलूस का संचालन करबला के प्रबंधक सैयद तालिब जैदी ने किया।

जुलूस में मंजर हुसैन काजमी, डा. अथहर अब्बास जैदी, इशरत हुसैन, रईस हैदर जैदी, जमीर काजमी, शिबतेन रजा, कौसर अब्बास, काजी अकरम, प्यारे मियां, सकलैन रजा, सलीस काजमी, फरहत हुसैन, साजिद काजमी, जैगम अब्बास, रियाज हैदर जैदी, जिया अब्बास जैदी, मिर्जा अहसान, अजहर काजमी, मेहताब अली, रियासत हवारी, फिरोज, कैसर अब्बास, नदीम जैदी, नजमी काजमी, आलम काजमी, सलमान इमरान, फराज जैदी, अलीजेब काजमी, बाकर काजमी, मिसम काजमी, सहीम काजमी, अबु तालिब, फरहत मेहंदी आदि चल रहे थे।