मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी बाल रूप में स्वयं मौजूद है-पं0 आशुतोष

मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी बाल रूप में स्वयं मौजूद है-पं0 आशुतोष
  • हिजांम की बैठक को सम्बोधित करते प0 आशुतोष भारद्वाज

देवबंद [24CN]: हिंदू जागरण मंच के कार्यालय पर एक सभा का आयोजन पं0 आशुतोष भारद्वाज का स्वागत किया गया।

इस दौरान आशुतोष भारद्वाज ने कहा कि देवबंद नगर के धार्मिक स्थलो व देवबंद नगर के इतिहास पर उन्होने काफी शोध किया है उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी देवबंद में एक नवजात बालिका के रूप में स्वयं विराजमान हैं जिनका तीनों लोको की स्वामिनी व अधिष्ठात्री होने के कारण त्रिपुर शब्द उनकी पहचान से जुड़ा है माता के नाम से ही सब कुछ स्पष्ट हो रहा है नवजात रुप के कारण ही माता को आंखों पर पट्टी बांधकर उनको प्रातः काल स्नान कराया जाता है माता के मंदिर में पहले खिलौनों का ही प्रसाद चढ़ता था सिद्ध पीठ की स्थापना का अलंकन करना संभव नहीं है चूकि यह देवी काल की बनी हुई सिद्ध पीठ है।

ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह एडवोकेट ने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी का पवित्र क्षेत्र देवताओं के वंदन विचरण करने के कारण देववृंद कहलाता है। उन्होने कहा कि मुगलकाल में इसका नाम बिगाड़ कर देवबंद किया गया है। इस अवसर पर सभा में अमर प्रताप, सागर सैनी, भानु राणा, धर्मपाल, जयकुमार, शेषपाल, राघव प्रियांशु आदि मौजूद रहे।