मां चंद्रघंटा करती हैं जीव का कल्याण: कालेंद्रानंद

- सहारनपुर में महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु।
सहारनपुर [24CN] । स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मां चंद्रघंटा सत, रज, तम को धारण कर जीव का कल्याण करती हैं। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज आज यहां राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में चैत्र नवरात्र महापर्व के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सृष्टि सृजन ब्रह्मनाद हुआ है। वही ब्रह्मनाद रूपी घंटा हाथ में धारण करती हैं और भाल पर चंद्रमा, शांति एवं शीतलता का प्रतीक है। मां आदि शक्ति चंद्रघंटा जो जीव को माया से विलग कर ब्रह्म भाव में स्थापित करती है।
उन्होंने कहा कि जीव मां भगवती की शरणागत होकर समस्त शक्तियों को जागृत, एकाग्र भाव में ध्यानास्थ होकर ब्रह्मनाद की दिव्य ओमकार की ध्वनि का श्रवण कर अपने को समाधि में ले जाकर आत्मदर्शन कर सकता है। जीव के कल्याण का परम मार्ग मां भगवती की कृपामयी भक्ति ही है। इस अवसर पर अरूण स्वामी, आचार्य अजीत शर्मा, नीरज मिश्रा, ऋषभ शर्मा, योगेश तिवारी, मेहर चंद जैन, राजेंद्र कुमार, सुचेता, राजबाला, बबीता, वर्षा, किरण, बबली आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।