Moonrise Time Today: जानें- दिल्ली, गुरुग्राम, कोलकाता समेत अन्य शहरों में कब दिखेगा चांद, इन बातों का रखें ध्यान
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नई दिल्ली । इस साल कोरोना काल को देखते हुए देशभर में तमाम पर्व फीके रहे। वहीं, अब करवा चौथ (karwa chauth 2020) का पर्व भी सावधानी के साथ मनाया जा रहा। करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सुहागिनों के लिए ये व्रत काफी महत्वपूर्ण है और ऐसे में हर महिला को इस दिन का बेसब्री से इंतजार करती है। हालांकि, इस बार गुट में पूजा करना पहले की तरह संभव नहीं हो पाएगा। इस दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है। परंपरा के अनुसार, पति को चलनी से देखने के बाद ही व्रत को खोला जाता है। मान्यता है कि बिना चंद्रमा को अर्घ्य दिए करवा चौथ का व्रत पूरा नहीं होता है। करवा चौथ पर चंद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है। व्रती महिलाओं को चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है।
वहीं, शादीशुदा महिलाएं इस दिन व्रत की कथा ज़रूर सुनती हैं, जिसके बिना व्रत को अधूरा माना जाता है। मान्यता चली आ रही है कि जितना महत्व करवा चौथ के व्रत का होता है उतना ही महत्व कथा का भी होता है। इसलिए व्रत कर रही महिलाओं को इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि व्रत की कथा जरूर सुने।
जानें, आपके शहर में कब निकलेगा चांद-
दिल्ली- रात 8:12 बजे
गुरुग्राम: रात 08:13 बजे
नोएडा: रात 08:12 बजे
कोलकाता- रात 7:40 बजे
मुंबई- रात 8:52 बजे
चेन्नई- रात 8:33 बजे
शिमला- रात 8:06 बजे
चंड़ीगढ़- रात 8:09 बजे
अमृतसर- रात 08:15 बजे
पटना- रात 07:47 बजे
देहरादून- रात 08:05 बजे
श्रीनगर- रात 08:08 बजे
अहमदाबाद- रात 08:45 बजे
प्रयाग- रात 08:02 बजे
रांची – रात 7.51 बजे
भूलकर भी न करें ये काम
करवा चौथ के दिन ऐसा कोई काम न करें, जिससे घर का माहौल खराब हो। घर में शांति और सौहार्द का वातावरण बनाए रखें। पारिवारिक कलह और द्वेष से बचें। इस दिन पति और पत्नी को आपसी मनमुटाव से बचना चाहिए। माना जाता है कि अगर पति-पत्नी करवा चौथ के दिन झगड़ते हैं तो पूरे साल ऐसी परिस्थितियां बनती रहती हैं, जिनसे आपस में मनमुटाव होता रहता है
क्यों मनाया जाता है करवा चौथ
देवों और दानवों के बीच युद्ध में देवताओं की हार हो रही थी। सभी देवताओँ ने तब ब्रह्मदेव से प्रार्थना की। ब्रह्मदेव ने सभी देवताओं की पत्नियों को सुहाग के लिए व्रत करने को कहा। ऐसा करने से उनके पतियों की युद्ध में विजय हुई, तब से कार्तिक माह की चतुर्थी के दिन करवाचौथ मनाया जाता है।