नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में मानसून की दस्तक के बाद लोगों की परेशानी लगातार बढ़ रही है। हिमाचल के साथ उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के चलते अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, कई लापता भी हुए हैं।

हिमाचल में बारिश व भूस्खलन ने मचाई तबाही, 2 की मौत, 12 लापता

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में सोमवार को बारिश व भूस्खलन ने तबाही मचाई। जिले में भूस्खलन व खड्ड में बहने से दो लोगों की मौत हो गई। बोह घाटी में भूस्खलन से कई मकान ध्वस्त हो गए, जिनमें 12 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मैक्लोडगंज के साथ लगते भागसूनाग में नाले का बहाव मुड़ने से बाजार में आई बाढ़ से कई वाहन बह गए। प्रदेश के अन्य भागों में भी बारिश व भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है।

शिमला में कार पर चट्टान गिरने से एक की मौत, सड़कें यातायात के लिए बाधित

शिमला के जुब्बल में कार पर चट्टान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। शिमला जिले के कुपवी में लकड़ी से बना तीन मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। प्रदेशभर में 184 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं।

अमित शाह ने ली मुख्यमंत्री से ली प्राकृतिक आपदा की जानकारी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में बारिश से आई प्राकृतिक आपदा के संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जानकारी ली। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से प्रदेश सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।

उत्तराखंड में भी 150 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद

उत्तराखंड में भी रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते बरसाती नदी नाले उफान पर हैं। प्रदेश में मलबा आने से करीब 150 से अधिक संपर्क मार्ग भी बंद हैं। इसके अलावा बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर बार-बार मलबा आने से यातायात बाधित होता रहा।

मौसम विभाग का अनुमान- 13 जुलाई को भारी बारिश के आसार

चमोली जिले में बरसाती नदी को पार करने के प्रयास में एक बाइक सवार बह गया। अभी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं।

चीन सीमा से लगे करीब 60 गांव से संपर्क कटा

बागेश्वर जिले के कर्मी और खूना गांव में दो मकान ध्वस्त हो गए। दोनों परिवारों के 12 सदस्य बाल-बाल बच गए हैं। मार्ग बंद होने से पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा से लगे करीब 60 गांवों 25 दिन से संपर्क कटा हुआ है।

जम्मू में टूटा 32 साल का रिकार्ड

जम्मू में बारिश ने पिछले 32 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। सोमवार को 150.6 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। इससे पहले सात जुलाई 1989 को 150.4 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जम्मू में सोमवार सुबह हुई मुसलधार बारिश से नदी-नालों में उफान और बरसाती नालों में बाढ़ से कई छोटे पुल और कच्चे मकान ढह गए।

नदियों के किनारे बसे इलाके जलमग्न, कई पशु तेज बहाव में बह गए

नदियों के किनारे बसे इलाके जलमग्न होने से कई पशु भी तेज बहाव में बह गए। कहीं कच्चा बांध ढह गया तो कहीं वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जम्मू शहर के निचले इलाकों के अलावा पाश इलाकों में भी पानी भर जाने से मलबा लोगों के घरों में घुस गया।

वैष्णो देवी में बैटरी मार्ग पर पत्थर गिरने से कुछ देर रोके गए श्रद्धालु, हेलीकाप्टर सेवा बाधित

कटड़ा में माता वैष्णो देवी के बैटरी कार मार्ग पर पहाड़ से पत्थर गिरने से कुछ देर श्रद्धालुओं को रोका गया। उधर, कश्मीर के गांदरबल में बादल फटने से आई बाढ़ में कई रिहायशी मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मौमस विभाग ने अगले चौबीस घंटों के दौरान भी बारिश की संभावना जताई है।