कंट्रोल रुम से हो अस्पतालों, एंबूलेंस व होम आइसोलेशन की मॉनेटरिंग – डॉ.दुबे

कंट्रोल रुम से हो अस्पतालों, एंबूलेंस व होम आइसोलेशन की मॉनेटरिंग – डॉ.दुबे
  • सहारनपुर में नगर निगम में बनाये गए कोविड कंट्रोल रुम का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे।

सहारनपुर [24CN]। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ.रजनीश दुबे ने ब्रहस्पतिवार को नगर निगम की आईसीसीसी बिल्डिंग में बनाये गए कोविड-19 कमांड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया और कोरोना संबंधी सूचनाओं के आदान प्रदान की जानकारी ली।

जिलाधिकारी अखिलेश दुबे और स्मार्ट सिटी सीईओ व नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे। अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे जिलाधिकारी अखिलेश यादव के साथ बृहस्पतिवार सुबह नगर निगम पहुंचे और कोविड-19 कंट्रोल रुम का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड पोर्टल का हाइपर लिंक यहां होना चाहिए ताकि कोविड मरीजों से उनका हाल चाल पूछा जा सके और यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना है तो अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर कोरोना उपचार कर रहे हॉस्पिटलों की सूची,बैड की उपलब्धता, चिकित्सकों के नंबर, कंटेनमेंट जोन की सूची आदि पूरी जानकारी अपडेट रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों, एंबूलेंस व जो लोग होम आइसोलेशन में है उनकी पूरी मॉनेटरिंग कंट्रोल रुम से की जानी चाहिए।

अपर मुख्य सचिव ने सूचनाओं और मरीजों को कॉल करने के लिए कार्य कर रही फोन लाइनों की जानकारी लेते हुए उन्हें 20 से बढ़ाकर 50 करने के निर्देश दिए। उन्होंने कंट्रोल रुम में टेलीमेडिसिन पर तैनात चिकित्सकों से होम आइसोलेशन मरीजों की संख्या तथा मरीजों को कॉल कैसे कर रहे है इसकी जानकारी ली। उन्होंने टेलीमेडिसिन के लिए टेऊंड और अनुभवी पांच चिकित्सकों को तैनात करने के भी निर्देश दिए। डॉ. दुबे ने कोविड कंट्रोल रुम में लगाये सभी स्टाफ की ट्रेनिंग कराने पर भी जोर दिया। उन्होंने मैप के माध्यम से किस क्षेत्र में कोविड मरीजों की संख्या कितनी है इसकी भी जानकारी ली।

अपर मुख्य सचिव ने इंटेग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को क्रियाशील करने के लिए नगर निगम, पुलिस विभाग और एनईसी के दो-दो कर्मचारी भी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने आईसीसीसी प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही एनईसी एजेंसी के मैनेजर से पूछा कि प्रथम फेज में कितने कैमरे उन्हें महानगर में लगाने थे, कंपनी मैनेजर ने बताया कि 300 कैमरे लगाने थे लेकिन अभी वह 30 कैमरे ही लगा पाये है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि आठ चौराहों पर प्रथम फेज में पब्लिक एडेऊस सिस्टम लगाये जाने थे लेकिन अभी तक वह भी केवल पांच पर ही लगाये गए है, और मैन पॉवर भी अभी उनके पास नहीं है। उन्होंने कंपनी से पूछा कि दूसरे फेज का कितना कार्य वे फरवरी-मार्च-अप्रैल में पूरा करेंगे। एनईसी द्वारा धीमी गति से कार्य करने पर उन्होंने नाराजगी जतायी।

आईसीसीसी प्रोजेक्ट पर डैमेज के लिए डॉ.दुबे ने कंपनी पर पेनॉल्टी लगाने और नोटिस जारी करने के आदेश अधिकारियों को दिए। अपर मुख्य सचिव ने कार्य में सुधार के लिए 15 दिन का समय दिया। निरीक्षण के समय कोविड कंट्रोल का कार्य देख रही एडिशनल एसडीएम संगीता राघव, नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ. कुनाल जैन, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रविश चौधरी सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।