‘गलत बयानबाजी ना करें मोदी’, खरगे की प्रधानमंत्री को चिट्ठी; बोले- मिलकर समझाऊंगा कांग्रेस का घोषणापत्र

‘गलत बयानबाजी ना करें मोदी’, खरगे की प्रधानमंत्री को चिट्ठी; बोले- मिलकर समझाऊंगा कांग्रेस का घोषणापत्र

पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए मुस्लिम समुदाय पर टिप्पणी की थी। पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई। कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस घोषणापत्र को लेकर जो बात कही है वो झूठ है। कांग्रेस के 50 पन्नों के घोषणापत्र में कही ही भी संपत्ति के बंटवारे का जिक्र नहीं है।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने संपत्ति के बंटवारे को लेकर राजस्थान के  बांसवाड़ा में कांग्रेस के घोषणा पत्र का जिक्र किया था।

पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए मुस्लिम समुदाय पर टिप्पणी की थी। पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई। कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस घोषणापत्र को लेकर जो बात कही है वो झूठ है। कांग्रेस के 50 पन्नों के घोषणापत्र में कही ही भी संपत्ति के बंटवारे का जिक्र नहीं है।

पीएम मोदी से मिलना चाहते खरगे

पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पीएम मोदी से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वो पीएम मोदी से खुद मिलकर उन्होंने ये बताना चाहते हैं कि संपत्ति के बंटवारे का कोई जिक्र कांग्रेस मेनिफेस्टो में नहीं है।

पीएम मोदी को गलत जानकारी दे रहे उनके सलाहकार: कांग्रेस

कांग्रेस ने पत्र लिखते हुए पीएम मोदी से मिलने की मांग की। पत्र में मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा,”कांग्रेस न्याय पत्र का उद्देश्य युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों और सभी जातियों और समुदायों के हाशिए पर रहने वाले लोगों को न्याय प्रदान करना है।

आपके (पीएम मोदी) सलाहकारों द्वारा आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है जो हमारे घोषणापत्र में भी नहीं लिखी गई हैं। मैं इससे भी अधिक हमारे न्याय पत्र को समझाने के लिए आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहता हूं ताकि देश के प्रधानमंत्री के रूप में आप कोई भी गलत बयान न दें।”

कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा, “संदर्भ से हटकर कुछ शब्दों को पकड़ लेना और सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना आपकी आदत बन गई है। आप इस तरह से बोलकर कुर्सी की गरिमा कम कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री द्वारा अपने हालिया भाषणों में इस्तेमाल की गई भाषा से न तो हैरान हैं और न ही आश्चर्यचकित हैं।

चुनाव आयोग ने मोदी-राहुल के बयान पर मांगा जवाब

चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और राहुल गांधी के विवादित बयानों से चुनाव आयोग ने भी आज चिंता जाहिर की। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस मामले पर 29 अप्रैल के सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है।