‘मोदी जी आप तो कहते थे ‘घर में घुस कर मारेंगे’, फिर यह क्या है’? ओवैसी बोले- यह बहुत खतरनाक हो रहा…

‘मोदी जी आप तो कहते थे ‘घर में घुस कर मारेंगे’, फिर यह क्या है’? ओवैसी बोले- यह बहुत खतरनाक हो रहा…

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डोडा में रविवार देर रात आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के पांच जवान बलिदान हुए। सेना ने मंगलवार को बलिदानी जवानों को श्रद्धांजलि दी। कश्मीर के बाद जम्मू में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसे केंद्र सरकार की विफलता बताया।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा ने कहा कि पीएम मोदी कहते थे ‘घर में घुस कर मारेंगे’। फिर यह क्या है? यह मोदी सरकार की विफलता है। वे आतंकवाद को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं। डोडा में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत खतरनाक है।

मुफ्ती ने की डीजीपी के बर्खास्त की मांग

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि एक सैन्य अधिकारी सहित पांच जवान बलिदान हो गए, लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं है। अब तक तो सभी के सिर कट जाने चाहिए थे। डीजीपी को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था।

पिछले एक महीने में बढ़ी आतंकी घटना

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पिछले 32 महीनों में लगभग 50 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है। किसी को भी जवाबदेह नहीं ठहराया जा रहा है। मौजूदा डीजीपी राजनीतिक रूप से चीजों को ठीक करने में व्यस्त हैं। लोगों और पत्रकारों को परेशान किया जा रहा है।

डोडा में ये जवान हुए बलिदान

सोमवार शाम को देसा वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। कार्रवाई में शहीद हुए सैनिकों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है।

सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना

भारतीय सेना ने डोडा मुठभेड़ में जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है।

जनरल द्विवेदी बोएल- दुख की घड़ी में हम साथ

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भारतीय सेना के सभी रैंकों के साथ डोडा में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुरों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। दुख की इस घड़ी में हम शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़े हैं।


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