‘मोदी जी 56 इंच का सीना तब दिखाएंगे जब ट्रंप 56 फीसदी टैरिफ लगाएंगे’, असदुद्दीन ओवैसी का PM पर वार

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असादुदीन ओवैसी ने अमेरिका की तरफ से 25 फीसदी एक्ट्रा टैरिफ लगाने के बाद केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा कि ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी का और टैरिफ लगा दिया है, जिससे यह बढ़कर 50% हो गया है, क्योंकि हमने रूस से तेल खरीदा था. यह कूटनीति नहीं, बल्कि उस मसखरे की धौंस है, जो साफ़ तौर पर नहीं समझता कि वैश्विक व्यापार कैसे काम करता है.
ओवैसी ने लिखा कि ये टैरिफ भारतीय निर्यातकों, MSMI और निर्माताओं को नुकसान पहुंचाएंगे.. यह सप्लाई चेन को बाधित करेगा, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को रोकेगा और नौकरियों पर भारी असर डालेगा, लेकिन नरेंद्र मोदी को इसकी परवाह क्यों होगी? ओवेसी ने सवाल करते हुए पूछा कि अब वे भाजपाई बाहुबली कहां हैं? पिछली बार मैंने पूछा था कि क्या मोदी जी अपना 56 इंच का सीना तब दिखाएंगे जब ट्रंप 56 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. ट्रंप 50% पर रुक गए. शायद वे हमारे नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री से डरे हुए हैं? क्या अपनी रणनीतिक स्वायत्तता को बेचना आपके दोस्तों के अरबपतियों के खजाने भरने के लायक था?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत से आयात पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से घोषित 25 प्रतिशत शुल्क का पहला चरण गुरुवार (7 अगस्त 2025) से लागू हो गया. पिछले सप्ताह, व्हाइट हाउस ने घोषणा की थी कि भारत को 25 प्रतिशत शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा. इसके बाद ट्रंप ने एक शासकीय आदेश जारी किया था, जिसमें यह सूची थी कि अमेरिका दुनिया भर के विभिन्न देशों से आयात पर कितना शुल्क लगाएगा. ट्रंप ने एक शासकीय आदेश में करीब 70 देशों के लिए शुल्क दरों की घोषणा की थी. भारत पर 25 प्रतिशत जवाबी शुल्क गुरुवार से प्रभावी हो गया. पिछले सप्ताह घोषित 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को भारत पर रूसी तेल की खरीद को लेकर और 25 प्रतिशत शुल्क लगा दिया, जिससे भारत पर कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है, जो कि अमेरिका की तरफ से किसी भी देश पर लगाए गए सबसे अधिक शुल्कों में से एक है. यह अतिरिक्त शुल्क 21 दिन बाद यानी 27 अगस्त से प्रभावी होगा.