अति पिछड़ा वर्ग को उनके अधिकार दिलाएगा मोर्चा : सलमानी

सहारनपुर [24CN]। राष्ट्रीय अति पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलजार सलमानी ने कहा कि मोर्चा के गठन का उद्देश्य से जाति व धर्म की भावनाओं से ऊपर उठकर अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर उन्हें उनके अधिकार दिलाना है। उन्होंने कहा कि हिंदू हो या मुसलमान, पिछड़ा-पिछड़ा एक समान की भावना के अनुरूप राष्ट्रीय अति पिछड़ा मोर्चा मजबूती के साथ काम कर रहा है।

राष्ट्रीय अति पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलजार सलमानी आज यहां अक्षा कालोनी मानकमऊ स्थित मोर्चा कार्यालय पर पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 साल बीतने के बावजूद अभी तक अति पिछड़ा वर्ग को उनके अधिकार नहीं मिल पाए हैं, चाहे हिंदू पिछड़ा हो या मुसलमान पिछड़ा। दोनों की स्थिति एक जैसी है।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लगातार राजनीतिक दलों द्वारा अति पिछड़ा वर्ग को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का काम किया गया है तथा उनके विकास की दिशा में कोई कारगर प्रयास नहीं किया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। एक सवाल के जवाब में श्री सलमानी ने कहा कि संविधान के आर्टिकल 340 के तहत देश में रहने वाले पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है परंतु केंद्र की सरकार पिछड़ा वर्ग की जनगणना नहीं करा रही है जिसकी वजह से पिछड़ा वर्ग को उनकी जाति के अनुपात में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है।

उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराकर अति पिछड़ों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण नहीं दिया जाता तब तक अति पिछड़ा वर्ग का विकास असम्भव है। उन्होंने कहा कि मोर्चा शीघ्र ही अभियान चलाकर अति पिछड़ा वर्ग को जागरूक करेगा तथा हिंदू व मुस्लिम दोनों समुदाय के अति पिछड़ा वर्ग को एकजुट करने का काम करेगा ताकि जनसंख्या के आधार पर उन्हें उसी अनुपात में आरक्षण दिलाया जा सके। वार्ता के दौरान इरशाद सलमानी भी मौजूद रहे।