‘उद्धव की शिवसेना को कमजोर करने के लिए MNS का किया जा रहा इस्तेमाल’, संजय राउत का बड़ा बयान
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मुंबई: क्या उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना को कमजोर करने के लिए राज ठाकरे की एमएनएस का इस्तेमाल किया जा रहा है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने यह आरोप लगाया है। उन्होने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का इस्तेमाल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। शिवसेना (उबाठा) नेता राउत ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार की मनसे प्रमुख राज ठाकरे से उनके आवास पर हुई मुलाकात को लेकर यह बात कही।
राउत ने दावा किया कि भाजपा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मनसे के साथ गठबंधन करना चाहती थी, लेकिन उसके सहयोगी दल शिवसेना के प्रमुख और राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस विचार का विरोध किया था। राउत ने कहा, ‘‘मनसे को बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के खिलाफ मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। यह महाराष्ट्र की मूल भावना के खिलाफ है।’’ बाल ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे ने चचेरे भाई उद्धव से मतभेद के बाद अपने चाचा की पार्टी से नाता तोड़ लिया था और 2006 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की स्थापना की थी।
मनसे ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की थी, हालांकि विधानसभा चुनाव में उसने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के आगामी चुनावों में पार्टी का रुख महत्वपूर्ण हो सकता है। इस बीच, राउत ने भारत के निर्वाचन आयोग की भी आलोचना की और दावा किया कि ईवीएम में घोटाला हुआ है। विवादास्पद ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव पर राउत ने इसे ‘एक पार्टी और एक नेता’ के हाथों में सत्ता मजबूत करने की दिशा में पहला कदम करार दिया।