देवबंद की जनता की 30 साल से चली आ रही मांग को राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने किया पूरा

राजकीय डिग्री कॉलेज मे चलेंगी साइन्स की कक्षाएं शाशन ने 6 करोड़ 60 लाख 23 हजार की धनराशि स्वीकृति की
देवबन्द: राजकिय डिग्री कॉलेज में चलेंगे साइंस की कक्षाएं जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 करोड़ 60 लाख 23 000 की धनराशि स्वीकृत की आपको बताते चलें देवबंद एक ऐतिहासिक नगर होने के साथ-साथ धर्म नगरी भी है लेकिन देवबंद के छात्र बीएससी की शिक्षा प्राप्त करने के लिए मुजफ्फरनगर सहारनपुर या भायला डिग्री कॉलेज में जाते थे पिछले तीन दशक से देवबंद नगर में देहात की जनता यह मांग करती चली आ रही थी की देवबंद राज की डिग्री कॉलेज में बीएससी की कक्षाएं चलाई जाए लेकिन विगत जनप्रतिनिधियों में जनता से सिर्फ वायदे किए और धरातल पर बीएससी की कक्षाएं राज की डिग्री कॉलेज में राजकीय डिग्री कॉलेज में नहीं चलवा पे इस और जब देवबंद क्षेत्र की जनता ने राज्य मंत्री कुमार बृजेश सिंह का ध्यान आकर्षित किया तो उन्होंने इस समस्या पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की और तीन दशक से चली आ रही इस मांग को पूरा करते हुए राजकीय डिग्री कॉलेज देवबंद में बीएससी की कक्षाएं चलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से 6 करोड़ 60 लाख 23000 की धनराशि स्वीकृत कराकर जनता की जनता की मांग को पूरा करने का अपना वादा निभाया
जैसे ही देवबंद नगर की वह देहात की जनता को राज्य के डिग्री कॉलेज देवबंद में बीएससी की कक्षाएं चलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी धनराशि का पता लगा तो जनता में राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह की प्रशंसा होती नजर आई वही जनता यह कहती नजर आई की कुंवर बृजेश सिंह ने देवबंद क्षेत्र के लिए बड़े काम किए हैं उन्होंने बुनियादी वह बुनियादी वह जरूर की समस्याओं का निराकरण करा कर एक अच्छा संदेश समाज को देने का काम किया है इसके लिए देवबंद की जनता ऋणी रहेगी और इतिहास के पन्नों में कुंवर बृजेश सिंह का नाम दर्ज रहेगा देवबंद में बीएससी की कक्षा में होने के कारण यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता था और जनता को उम्मीद नहीं थी की देवबंद राजकीय डिग्री कॉलेज में बीएससी की कक्षाएं चल पाएंगे जिसे राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह में एक ही झटके में पूरा कर जनता का दिल जीतने का काम किया है और जो शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है