‘मिल्कीपुर इतिहास बनाएगा…’, रिजल्ट से पहले अवधेश प्रसाद का बड़ा दावा
अजीत-चंद्रभानु समेत 10 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का मतदान आरोप-प्रत्यारोप के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ था। मतदान के दौरान इंटरनेट मीडिया पर लगाए गए आरोपों से जुड़े वीडियो का जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र विजय सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने खंडन किया। इस चुनाव में 65 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने हिस्सा लिया।
प्रमुख मुकाबला और अन्य उम्मीदवार
मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के चंद्रभानु पासवान और समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद के बीच रहा। इनके अलावा मौलिक अधिकार पार्टी के रामनरेश चौधरी, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी की सुनीता, आजाद समाज पार्टी के संतोष कुमार समेत अन्य उम्मीदवार भी मैदान में थे। मतदाताओं ने इन सभी की किस्मत ईवीएम में कैद कर दी है। मतदान के लिए 255 मतदान केंद्र और 414 मतदेय स्थल बनाए गए थे।
शांतिपूर्ण और भयमुक्त मतदान का दावा
210 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग, 25 स्थलों पर वीडियोग्राफी, 71 केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर और नौ उड़नदस्ता व स्टेटिक निगरानी टीमें लगाई गई थीं। मतगणना की तैयारी के तहत स्ट्रांग रूम, सीसीटीवी कैमरा और ईवीएम जमा आदि की व्यवस्था का जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान से एक दिन पहले निरीक्षण किया था।