मिल्कीपुर उपचुनावः सपा के बागी उम्मीदवार ने नामांकन के आखिरी दिन भरा पर्चा, बिगाड़ सकते हैं ‘खेल’
अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की जंग रोचक हो चुकी है। नामांकन के आखिरी दिन सपा के बागी नेता सूरज चौधरी ने आजाद समाज पार्टी से नामांकन दाखिल किया है। एक सेट में पर्चा दाखिल करने के बाद सूरज चौधरी ने कहा कि जनता एक बार हमें मौका दे। हम मिल्कीपुर की दबी कुचली जनता की आवाज बनेंगे। उनके हर दुख दर्द में साथ खड़े रहेंगे।
सूरज चौधरी ने अवधेश प्रसाद पर साधा निशाना
सूरज चौधरी ने कहा उन्होंने अवधेश प्रसाद को विधायक बनाया और फिर सांसद बनाया और जब टिकट देने की बारी आई तो उन्होंने किनारा कर लिया। जानकारी के अनुसार, सूरज चौधरी अनुसूचित जाति के मतदाताओं में अच्छी पैठ मानी जारी है। इसलिए माना जा रहा है कि उनके चुनाव लड़ने से सपा को नुकसान पहुंच सकता है। सूरज चौधरी अनुसूचित जाति के मतदाताओं में सेंध लगा सकते हैं।
आजाद समाज पार्टी ने मुकाबले को बनाया दिलचस्प
आजाद समाज पार्टी ने मिल्कीपुर सीट से सपा के बागी सूरज चौधरी को मैदान में उतारा है। सपा ने जहां फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है, वहीं बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाया है। दिलचस्प बात यह है कि तीनों उम्मीदवार ‘पासी’ (दलित) समुदाय से हैं। दलित मतदाता, जो कुल मतदाताओं का लगभग 50 प्रतिशत है, इस सीट पर निर्णायक होंगे। कांग्रेस ने जहां सपा को समर्थन दे दिया है, वहीं बसपा ने मुकाबले से दूर रहने का फैसला किया है। आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील चित्तौड़ ने दावा किया कि दलित मतदाता उनकी पार्टी के साथ ‘मजबूती’ से हैं।
बीजेपी और सपा के लिए बनी प्रतिष्ठा की लड़ाई
बता दें कि सपा के वरिष्ठ दलित नेता अवधेश प्रसाद के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मिल्कीपुर सीट से इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था। भाजपा और सपा ने मुकाबले को प्रतिष्ठा की लड़ाई बना लिया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले कुछ महीनों में एक दर्जन से अधिक बार अयोध्या का दौरा किया और वरिष्ठ मंत्रियों को वहां कैंप करने के लिए तैनात किया। हालांकि, फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि सपा सीट बरकरार रखेगी और भाजपा एक बार फिर वहां हार का स्वाद चखेगी।