Militancy in Kashmir: कश्मीर में एक और आतंकी संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ आया सामने, डोमिसाइल हासिल करने वालों को दी मौत के घाट उतारने की धमकी

श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में इस्लाम और आजादी के नाम पर निर्दोष लोगों का खून बहा रही आतंकी जमात में एक और नया संगठन शामिल हो गया है। इस संगठन का नाम ‘कश्मीर टाइगर्स’ है। इस संगठन ने भी डोमिसाइल हासिल करने वालों और इसमें उनकी मदद करने वालों को मौत के घाट उतारने की धमकी दी है। यही नहीं उन्होंने घाटी में पुलिस विभाग में काम कर रहे कर्मियों को भी आतंकी संगठनों का साथ देने की चेतावनी की है।
यह नया संगठन इन दिनों घाटी में खूब चर्चा में है। संगठन के हवाले से घाटी में एक वीडियो वॉयरल हो रहा है। इस वीडियो में जो आतंकी कश्मीर टाइगर्स का कमांडर होने की बात कर रहा है वह दक्षिण कश्मीर से लापता हुआ मुफ्ती अल्ताफ हुसैन है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इस नए संगठन और इसके कमांडर को लेकर कुछ भी कहने में असमर्थ हैं। घाटी में बीते एक साल के दौरान सामने आने वाला यह चौथा नया संगठन है। वर्ष 2020 में पीपुल्स एंटी फाॅसिस्ट फ्रंट गजनबी फोर्स और लश्कर-ए-मुस्तफा जैसे संगठन सामने आए हैं।
कश्मीर टाइगर्स नामक इस संगठन ने भी अपनी उपस्थिति का ऐलान इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो के जरिए किया है। इस वीडियो में नजर आने वाला नकाबपोश आतंकी कमांडर का नाम मुफ्ती अल्ताफ हुसैन है। अनंतनाग जिले में नाठीपोरा डुरु गांव का रहने वाला और दो बच्चों का पिता मुफ्ती अल्ताफ करीब 5 माह से गायब था।
वॉयरल हुए करीब 4:15 मिनट के वीडियो में वह एक कागज पर लिखे भाषण को पढ़कर सुना रहा है। इसमें वह कश्मीर में जिहाद और इस्लाम की दुहाई देते हुए कश्मीरियों को किसी भी गैर कश्मीरी को अपनी जमीन मकान इत्यादि ना बेचने का फरमान सुना रहा है। वह देश के अन्य राज्यों से आकर जम्मू-कश्मीर में बसे लोगों को भी यहां का डोमिसाइल प्रमाण पत्र न बनाने की चेतावनी दे रहा है। उसने धमकाया है कि अगर किसी बाहरी व्यक्ति ने अपना डोमिसाइल बनवाया या फिर कोई जमीन जायदाद खरीदी तो वह अपने अंजाम का खुद जिम्मेदार होगा। यही नहीं उसने कहा कि कश्मीर में मुस्लिमों को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश हो रही है।
मुफ्ती अल्ताफ हुसैन उर्फ अबुजार ने अपने इस वीडियो में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों व अधिकारियों को भी धमकाया है। कश्मीर को भारत से आजाद कराने का ऐलान करते हुए मुफ्ती अल्ताफ हुसैन उर्फ अबुजार ने कहा कि पुलिसकर्मियों को मुजाहिदीन (आतंकी खुद को मुजाहिदीन कहते हैं) का साथ देना चाहिए अगर वह साथ नहीं दे सकते तो उन्हें मुजाहिदीन के खिलाफ किसी भी अंतकरोधी अभियान में शामिल नहीं होना चाहिए। वे पूरी तरह से तटस्थ रहें। वे हिन्दोस्तान का साथ ना दें।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में मुफ्ती अल्ताफ के सामने एक एके-56 राइफल, 6 मैगजीन और कुछ ग्रेनेड भी नजर आते हैं। ऐसा लगता है कि यह वीडियो दक्षिण कश्मीर में ही किसी के घर में तैयार किया गया है। इस संदर्भ में संपर्क किए जाने पर संबंधित पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर जारी वीडियो की सच्चाई को जानने का प्रयास किया जा रहा है। वीडियो में खुद को मुक्ति अल्ताफ बताने वाले आतंकी की सही पहचान का पता लगाने के लिए नाठीपोरा डुरु में अल्ताफ हुसैन के परिजनों से भी संपर्क किया गया है।