व्यापारियों को नोटिस जारी किए जाने के विरोध में नगर मैजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

व्यापारियों को नोटिस जारी किए जाने के विरोध में नगर मैजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में नगर मैजिस्ट्रेट से वार्ता करते व्यापारी।

सहारनपुर [24CN]। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष विमल विरमानी के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर बिना जांच किए मोरगंज घेर चैम्बर के 16 व्यापारियों पर नोटिस भेजे जाने पर आक्रोश व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष विमल विरमानी ने कहा कि तथाकथित शिकायतकर्ता की शिकायत पर व्यापारियों को इस तरह नोटिस देने से केवल ऐसे लोगों के हौंसले बुलंद होंगे जो अप्रत्यक्ष रूप से व्यापारियों से अवैध वसूली करने का काम करते हैं।

विरमानी ने कहा कि घी, तेल, किरयाना व्यापार सभी प्रमुख बाजारों व मौहल्लों में भी होता है। शिकायतकर्ता के इस कथन से कि सहारनपुर की कपड़ा मार्किट, हौजरी व्यापारी, लकड़ी का व्यवसाय तथा महानगर के बीचोंबीच स्थित पेट्रोल पम्प आदि अनेक व्यापार कैसे हो सकता है। उन्होंने इसकी गम्भीरता की ओर नगर मैजिस्ट्रेट का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कोरोनाकाल में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करने वाला व्यापारी वर्ग देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तम्भ है। इस पर ऐसे असामाजिक तत्वों को प्रोत्साहन मिल सकता है। उन्होंने कहा कि व्यापारिक वर्ग के व्यवसायिक स्थलों का भी निशाना बनाना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि अवांछित तत्वों का कुत्सित प्रयास है जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

वरिष्ठ जिला महामंत्री अनित गर्ग व जिला महामंत्री हर्ष डाबर ने कहा कि उत्तम राइस मिल एक व्यवसायिक काम्पलैक्स और घी, तेल, किरयाना व्यापार कैमिकल में सोडा एस, सोडा कास्टिक, ब्लीचिंग पाउडर कैमिकल की श्रेणी में आते हैं परंतु प्रतिबंधित कैमिकल का कोई गोदाम इस काम्पलैक्स में नहीं है। पुलिस विभाग द्वारा केवल शिकायतकर्ता की शिकायत पर बिना जांच के रिपोर्ट भेजना नितांत गलत है और व्यापारियों में इस बात पर भारी रोष है कि लाखों- करोड़ों रूपए टैक्स देने वाले व्यापारी वर्ग को असामाजिक तत्व किस तरह अपनी अनुचित मांग के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। प्रतिनिधिमंडल ने नगर मैजिस्ट्रेट को सौंपे तीन सूत्रीय मांगपत्र में धारा-133(1) में नोटिस निरस्त करने, आधारहीन तथ्यों के आधार पर शिकायतकर्ता की जांच और व्यापारी वर्ग पर अनुचित दबाव बनाने पर समुचित न्यायपूर्ण कार्यवाही की मांग की।

नगर मैजिस्ट्रेट विवेक चतुर्वेदी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि व्यापारियों के साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा तथा इस मामले की न्यायपूर्ण जांच उनके द्वारा अपने स्तर से ही की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में रजत मित्तल, स. तरणजीत सिंह बग्गा, अमरदीप सिंघल, नरेंद्र गर्ग, नरेंद्र सिंह, निशाकांत अग्रवाल, सुरेंद्र राठी, घनश्याम, चंदन कालड़ा, शांतनु ठकराल, भारत भूषण, विमल विरमानी आदि मौजूद रहे।