राजपूतों के जवाब में हुई ब्राह्मण विधायकों की बैठक! शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का दावा- बुलबुले आने लगे बाहर

राजपूतों के जवाब में हुई ब्राह्मण विधायकों की बैठक! शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का दावा- बुलबुले आने लगे बाहर

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के राजपूत विधयाकों की बैठक के बाद मंगलवार शाम को ब्राह्मण विधायकों की भी बैठक हुई, जिसके बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. इस मामले पर ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बयान आया है. उन्होंने कहा कि यूपी में जातिवाद हावी होने लगा है.

ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर बोले शंकराचार्य

शंकराचार्य ने बीजेपी के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर कहा कि पहले अपने एजेंडे के तहत राजपूत विधायकों ने बैठक की थी. अब उसी की प्रतिक्रिया में ब्राह्मण विधायको ने भी बैठक की है. लेकिन, इससे देश का भला होने वाला है या प्रदेश का.. अब धीरे-धीरे बीजेपी के बुलबुले बाहर आने लगे हैं. आखिर में जातिवाद को क्यों लाया जा रहा है? मानों उत्तर प्रदेश में जातिवाद हावी होने लगा है.

लखनऊ में एकजुट हुए बीजेपी के ब्राह्मण विधायक

बता दें कि मंगलवार की देर शाम को लखनऊ में बीजेपी विधायक पीएन पाठक के सरकारी आवास पर सहभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इस कार्यक्रम में बीजेपी के 40 से ज्यादा ब्राह्मण विधायकों ने हिस्सा लिया. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में ब्राह्मणों की स्थित समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई हैं. इस बैठक के मानसून सत्र के दौरान हुई राजपूत विधायकों की बैठक के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.

ब्राह्मण विधायकों की इस बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के अंदर खिचड़ी पकने का अंदेशा लगाया जा रहा है. सियासी जानकार इसे ब्राह्मणों विधायकों की नाराजगी के तौर पर भी देख रहे हैं. ऐसे में ये पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है. चुनाव से पहले सीएम योगी को इससे निपटना बेहद जरूरी होगा.

इस मामले पर सियासत भी गर्माने लगी है. सपा महासचिव शिवपाल यादव ने इसे जातिवाद का नतीजा बताया और नाराज विधायकों को सपा के साथ आने का ऑफर दे दिया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में उन्हें पूरा सम्मान दिया जाएगा क्योंकि हम समाजवादी लोग हैं.


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