दिल्ली की मेयर ने भाजपा पर लगाया हिंसा का आरोपी, कहा- करूंगी शिकायत

दिल्ली की मेयर ने भाजपा पर लगाया हिंसा का आरोपी, कहा- करूंगी शिकायत

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के चुनाव में भाजपा के कुछ पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति से प्रभावित होकर उनके नाम पर वोट दिया है।

स्थायी समिति के चुनाव में पड़े वोटों की गिनती के बाद आप नेताओं ने कहा कि भाजपा के पांच पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। यह अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति की बड़ी जीत है। स्थायी समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास 133 वोट थे, मगर कुल 138 वोट मिले।

आप ने कहा कि भाजपा रोज यह कहती थी कि आम आदमी पार्टी टूट जाएगी और पार्षद भाजपा में आ जाएंगे, मगर आज पूरा देश देख रहा है कि भाजपा ही टूट रही है। भाजपा अपनी सरकार बनाने का भी दावा कर रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी से महापौर और उपमहापौर का चुने गए।

दिल्ली नगर निगम के सदन में महापौर के साथ हुई हाथापाई का मामला अब दिल्ली पुलिस तक जा पहुंचा है। सदन के स्थगित करने के बाद महापौर शैली ओबराय के साथ आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों ने निगम मुख्यालय से कमला मार्केट थाने तक पैदल मार्च किया। इसके बाद वहां पहुंचे आप कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया।

वहीं, महापौर शैली ओबराय ने स्वयं व महिला पार्षदों के साथ हुई हाथापाई की निंदा करते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त से मिलने का समय मांगा है।

सदन की बैठक स्थगित होने के बाद प्रेसवार्ता में महापौर शैली ओबराय ने कहा कि भाजपा के पुरुष पार्षदों ने उन पर जानलेवा हमला किया। भाजपा के पार्षदों ने सदन के अंदर और बाहर भी हमला किया। इस दौरान महिला सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर उनको बचाया। शैली ने कहा कि यह हमारे देश का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। देश में पहले से ही संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं, आज तो सदन की धज्जियां उड़ीं।

भाजपा पार्षदों में मुझ पर जानलेवा हमला किया: महापौर

उन्होंने कहा कि सदन की बैठक से पहले भाजपा के पार्षदों की सभी शर्तों को सुना और उनकी शर्तों को मानकर चुनाव की प्रक्रिया शुरू की। चुनाव शांतिपूर्वक हुआ और जब गिनती की शुरुआत हुई और भाजपा के पार्षदों को लगा कि वो हार रहे हैं तो उन्होंने एक बार फिर सदन में हंगामा किया। गिनती की प्रक्रिया खत्म होने के बाद मैं बतौर पीठासीन अधिकारी परिणाम की घोषणा कर रही थी, तभी भाजपा के पार्षदों ने मेरी कुर्सी के पास चढ़कर मेरी मुझ पर हमला किया। भाजपा के पार्षद रवि नेगी, अर्जुन मारवाह, चंदन चौधरी और अन्य पार्षदों ने मिलकर मुझ पर जान पर जानलेवा हमला किया।

महापौर ने कहा कि मुझे सदन से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। महापौर ने कहा कि भाजपा के पार्षदों में सारे बैलेट पेपर फाड़ दिए और वहां से पेपर उठा ले गए।

अब मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि स्थायी समिति का चुनाव दोबारा कराया जाए। हमने सदन को 27 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित किया है। 27 फरवरी को सुबह 11 बजे सदन की फिर से बैठक होगी और स्थायी समिति का चुनाव दोबारा कराया जाएगा।

महापौर को जान बचाकर भागना पड़ा: आतिशी

आप विधायक अतिशी ने कहा कि भाजपा ने अपनी गुंडागर्दी का एक और प्रमाण पूरे देश के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि शैली ओबराय एकीकृत एमसीडी की पहली महिला महापौर हैं। उनको अपनी जान बचाकर सदन से भागना पड़ा। सदन के बाहर भी भाजपा के पुरुष पार्षदों ने उन पर हमला किया।

उन्होंने कहा कि एमसीडी एक्ट के अनुसार अगर किसी वोट को अवैध होने का संदेह है तो पीठासीन अधिकारी निर्णय लेता है कि वो वोट वैध है या अवैध है। महापौर ने एक वोट को अवैध घोषित किया। क्योंकि उस वोट पर प्रेफरेंशियल वोटिंग में 1, 2 या 3 नहीं लिखा था। इसके बजाय 1, 2 और 2 लिखा था। इसलिए महापौर ने उस वोट को अवैध घोषित किया। वोट को अवैध घोषित करने के बाद महापौर ने दोबारा गिनती करने के लिए कहा।

भाजपा ने दोबारा गिनती करने की बात को स्वीकार नहीं किया। उसके बाद महापौर ने कहा कि दोबारा गिनती नहीं कर सकते तो दोबारा आंकलन कर लेते हैं। इलेक्शन कमिशन की टीम दोबारा आंकलन कर रही थी, उसी दौरान भाजपा के पुरुष पार्षदों ने हंगामा किया।


विडियों समाचार