मायावती बोलीं- ताकत नए स्मारक, मूर्ति पर नहीं यूपी की तस्वीर बदलने पर लगाऊंगी

- उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती का प्रबुद्ध सम्मेलन शुरू हो चुका है. कार्यक्रम में मायावती के संबोधन से पहले जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगे. सम्मेलन के दौरान बसपा का पुराना नारा ‘हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा, विष्णु,महेश है.’ भी सुनाई दिया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती का प्रबुद्ध सम्मेलन शुरू हो चुका है. कार्यक्रम में मायावती के संबोधन से पहले जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगे. सम्मेलन के दौरान बसपा का पुराना नारा ‘हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा, विष्णु,महेश है.’ भी सुनाई दिया. मायावती ने अपने संबोधन में सपा, कांग्रेस के साथ ही बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला. उन्होने कहा कि इस बार प्रदेश में BSP की सरकार बनने जा रही है. कार्यक्रम से जुड़ी सभी ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहिए न्यूज नेशन के साथ
मायावती ने कहा कि अब प्रदेश में नए स्मारक और मूर्ति बनाने की नहीं पड़ेगी. जब आगे सरकार बनेगी तो पूरी ताकत यूपी की तस्वीर बदलने पर लगाऊंगी. लेकिन कुछ धर्म-जाति के लोग चाहते हैं कि अगर उनके संत, गुरुओं का आदर सम्मान करें तो ऐसा जरूर किया जाएगा.
2022 में बीएसपी की सरकार बनने पर एक आयोग गठित किया जाएगा और वित्त विहीन शिक्षक को उचित मानदेय भी दिया जाएगा.
मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने किसानों से वादा किया था कि वह उनकी आय दोगुनी करेगी. हमारी सरकार बनी थी तो किसानों को गन्ने का मूल्य ₹125 प्रति क्विंटल मिलता था. हमने इसे दोगुना कर दिया. भाजपा-सपा सरकार बनी तो उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में केवल एक बार ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया. 500 से ज्यादा किसानों की मृत्यु हो गई लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा.
मायावती ने सिद्धार्थ शुक्ला की मौत का जिक्र करते हुए कहा कि देश या दुनिया में कोई नई बीमारी कब आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. आजकल ये भी नहीं पता कि कौन कब दुनिया छोड़कर चला जाए. हाल में कलाकार जिनकी उम्र ज्यादा नहीं थी, देखने में बिल्कुल स्वस्थ थे उनका निधन हो गया.
बीजेपी ने किसानों का वोट लेते हुए वादा किया था कि आमदनी दो गुना बढ़ा दी जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मायावती ने कहा कि BSP की राज्य में सरकार बनी तो तीन नए कृषि कानून लागू नहीं होने देंगे.
मायावती ने कोरोना काल में लखनऊ से बाहर ना निकलने का जवाब देते हुए कहा कि मैं कोरोना काल में जानबूझकर लखनऊ से नहीं निकली, क्योंकि ऐसा करने पर कार्यकर्ताओं पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मुकदमे दर्ज होते. फिर कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी की जगह मुकदमे की वजह से कानूनी कार्रवाई में फंसे रहते.
मायावती ने कहा कि मोहन भागवत से पूछना चाहती हूं कि RSS, BJP मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया क्यों अपनाती है.
मायावती ने कहा कि इस बार बीएसपी 2007 वाली जीत दोहराएगी
ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में ना आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे
जिन अधिकारियों को दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं आह्वान करती हूं अपने सभी कार्यकर्ताओं का सभी नेताओं का कि सभी विधानसभा में जाकर ब्राह्मणों को युद्ध स्तर पर अपने साथ जोड़ें.
बीएसपी ये वादा करती है की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्रवाई की गई है इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी.
प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने हैं बनाने हैं और इसके लिए हमारे कार्यकर्ताओं को जुटना होगा. साथ-साथ ब्राह्मणों में महिलाओं की भी कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाएगा इसकी जिम्मेदारी हमने सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा को दी है.
बसपा को 2007 की तरह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पिछले कुछ वर्षों में चाहे सपा की सरकार रही हो या फिर भाजपा की ब्राह्मणों, दलितों,गरीबों का शोषण हुआ है.
