मायावती ने जनाधार बढ़ाने के लिए तैयार किया मास्टर प्लान, बंद कमरे में हुए फेरबदल

लखनऊ। एक दशक पहले लोकसभा चुनाव के मैदान में अकेले उतरने पर शून्य पर सिमटने वाली बसपा 2024 में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। बसपा प्रमुख मायावती ने एक बार फिर अकेले चुनाव लड़ने के निर्णय के साथ ही पदाधिकारियों को पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए तमाम निर्देश दिए हैं। उन्होंने चुनाव के मद्देनजर संगठन में एक बार फिर फेरबदल करते हुए नए सिरे से मंडल और जिला प्रभारी बनाए हैं।
बुधवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लगभग डेढ़ घंटे चली बैठक में मायावती ने पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वे तन-मन-धन से आम चुनाव में जुट जाएं। निर्देश दिया कि पार्टी के उम्मीदवार तय करने में पूरी सावधानी बरती जाए। कहा, छोटी-छोटी बैठकों के आधार पर गांव-गांव में संगठन को मजबूत कर जनाधार बढ़ाने की कोशिश करें। सूत्रों के अनुसार बसपा प्रमुख ने हिदायत दी कि प्रत्येक सेक्टर में कैडर की बैठकें बंद कमरे में ही हों।
सूत्र बताते हैं कि अब हर एक मंडल में पांच-छह मंडल प्रभारी और इसी तरह हर एक जिले में जिला प्रभारी बनाए गए हैं। प्रभारी बनाने में पार्टी के निष्ठावान पदाधिकारियों का ध्यान रखते हुए संबंधित मंडल के जातीय समीकरण को भी तव्वजो दी गई है। बूथ स्तर तक के संगठन में युवाओं को भी मौका दिया गया है। सूत्रों के अनुसार पूर्व विधायक भीमराव अंबेडकर, डा. विजय प्रताप, रामनाथ रावत, गंगाराम गौतम और विनय कश्यप लखनऊ मंडल के प्रभारी बनाए गए हैं।
इसी तरह अखिलेश अंबेडकर, मौजी लाल गौतम, सरवर मलिक, दिनेश पाल, राकेश गौतम, सत्य कुमार गौतम जिला प्रभारी बनाए गए हैं। इसी तरह दिनेश चंद्र, अशोक गौतम, अमरेंद्र बहादुर भारतीय, राजू गौतम प्रयागराज मंडल, दिनेश चंद्र, ओमकार शास्त्री अयोध्या, अमरजीत, शशिभूषण, गुड्डू राम, सुबोध राम मीरजापुर, घनश्याम चंद्र खरवार, रामचंद्र गौतम, अवनीश कुमार वाराणसी, डा. बलिराम, हरीशचंद्र गौतम, विनोद चौहान आजमगढ़, राम विलास भास्कर देवीपाटन, मुनकाग अली, राजकुमार मुरादाबाद, नौशाद अली कानपुर, लालाराम अहिरवार झांसी मंडल के प्रभारी बनाए गए हैं।
भतीजे आकाश आनंद को दी शाबाशी
इन दिनों राजस्थान व मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सक्रिय बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी बैठक में शामिल हुए। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में मायावती के साथ ही आकाश आनंद, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मायावती के भाई आनंद कुमार पहुंचे। बसपा प्रमुख ने पदाधिकारियों के सामने कुर्सी संभालने से पहले आकाश को करीब बुलाकर हंसते हुए उसके कंधे पर हाथ रखकर शाबाशी दी। उल्लेखनीय है कि भतीजे आकाश की क्षमताओं पर भरोसा जताते हुए मायावती ने उन्हें राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य के विधानसभा चुनाव का जिम्मा सौंपा है। आकाश बुधवार सुबह ही बैठक में शामिल होने के लिए लखनऊ आए थे।