प्रयागराज के मदरसे में मौलवी चलवा रहा था नकली नोट की छापने की फैक्‍ट्री

प्रयागराज के मदरसे में मौलवी चलवा रहा था नकली नोट की छापने की फैक्‍ट्री

प्रयागराज: प्रयागराज की सिविल लाइंस पुलिस और एसओजी ने अतरसुइया इलाके में स्थित एक मदरसे में नकली नोट छापने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह खेल मदरसे के मौलवी की ही देखरेख में चल रहा था। पुलिस ने मौलवी समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से डेढ़ लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। पिछले करीब चार महीने से शहर की छोटी दुकानों में नकली नोट खपाने में यह गैंग लगा था। अब इसे बड़े पैमाने पर शहर के बाहर भी खपाने की तैयारी चल रही थी।

डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने बताया कि गैंग का सरगना जहीर खान उड़ीसा के भद्रक का रहने वाला है। वह मदरसे में पढ़ने के लिए आया था। यहां अतरसुइया इलाके में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम में वह मौलवी और कार्यवाहक प्रिंसिपल के संपर्क में आया। दोनों ने मिलकर नकली नोट छापने के लिए मदरसे को चुना। करीब चार महीने पहले उड़ीसा से इसके लिए उपकरण लाए गए और सौ-सौ के नोट छापने का काम शुरू किया गया। नकली नोट छापने के लिए अच्छी क्वॉलिटी का कागज और आधार छापने के लिए प्रयोग में आने वाले प्रिंटर की मदद ली गई। सिक्युरिटी थ्रेड के लिए हरे रंग के सेलो टेप का इस्तेमाल किया जा रहा था।

इस गैंग में शामिल मोहम्मद अफजल और मोहम्मद साहिद इन नकली नोटों को खपाने के लिए सिविल लाइंस इलाके में लोगों से संपर्क कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। दोनों की निशानदेही पर अतरसुइया स्थित मदरसे में छापेमारी की गई। पुलिस ने मौके से करीब डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद करते हुए मौलवी मोहम्मद तफ्सीरुल और सरगना जाहिर खान को गिरफ्तार कर लिया। मौलवी तफ्सीरुल भी मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। उसके पिता भी इसी मदरसे के मौलवी थे। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए सभी युवक 18-25 वर्ष की उम्र के हैं। 15 हजार रुपये में 45000 हजार के नकली नोट दिए जाते थे। डीसीपी ने गैंग का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे