पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इमरान सरकार पर आरोप लगाया कि, उनकी दोषपूर्ण नीतियों ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को अपाहिज बना दिया है। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए रहमान ने कहा कि, वे देश के अस्तित्व के लिए युद्ध लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, बांग्लादेश और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्थाएं पाकिस्तान से बेहतर हैं।
मौलाना फजलुर रहमान ने लोगों से आगामी स्थानीय चुनावों में ईमानदार और निष्पक्ष उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह किया। पीडीएम प्रमुख ने कहा कि, पीटीआई उम्मीदवारों को वोट देने का मतलब शासकों की अपरिपक्व नीतियों के कारण देश को और बर्बाद करना होगा। अक्षम शासकों के पास पिछले तीन वर्षों के दौरान लोगों के कल्याण के लिए कुछ भी ठोस नहीं था। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों के जनादेश को चुराने के लिए एलजी चुनाव दो चरणों में होने थे। लेकिन इस तरह के किसी भी कदम का विरोध किया जाएगा।
देश में बढ़ती महंगाई का जिक्र करते हुए रहमान ने कहा कि, खाद्य पदार्थों, दवाओं और मुद्रास्फीति की कीमतों में बढ़ोतरी देश के असली मुद्दे हैं, लेकिन पिछले तीन वर्षों के दौरान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से भारी कर्ज लेने के बावजूद, सरकार के पास इसे चलाने के लिए कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि और बेरोजगारी के कारण गरीब लोगों और युवाओं को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, यह सरकार नहीं बल्कि देश के हर क्षेत्र को नष्ट करने और जनता को लूटने वाले माफिया हैं। इस अक्षम सरकार ने घी, तेल, आटा, चीनी, दवाओं की कीमतें बढ़ा दी हैं। इनके राज में बिजली, पेट्रोलियम और गैस के दाम भी कई गुना बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने जल्दबाजी में कानून बनाकर देश की अर्थव्यवस्था और बैंकों को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक के पास गिरवी रख दिया है।