सवालों के घेरे में दस हजार संविदा कर्मचारियों की भर्ती, जांच में फंस सकते हैं कई कर्मचारी

सवालों के घेरे में दस हजार संविदा कर्मचारियों की भर्ती, जांच में फंस सकते हैं कई कर्मचारी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से की गई 10 हजार से अधिक संविदा कर्मचारियों की भर्ती सवालों के घेरे में आ गई है। दिसंबर 2018 में निकाली गई इन भर्तियों में लगातार फर्जी लेटर पर नियुक्ति के मामले सामने आ रहे हैं। बागपत जिले में अब तक फर्जी ऑफर लेटर से भर्ती हुई 14 स्टाफ नर्स की संविदा समाप्त की जा चुकी है। करीब 70 अन्य नियुक्तियों की भी जांच चल रही है।

एनएचएम की भर्ती प्रक्रिया में सेंधमारी कर स्टाफ नर्स के पदों पर फर्जी लेटर पर नियुक्ति कर दी गई। जिले में अब तक की जांच में 14 मामले सामने आ चुके हैं। दिसंबर 2018 में निकाली गई भर्ती में विभिन्न पदों पर प्रदेश में 10 हजार कर्मचारी रखे गए थे। सीएमओ डॉ. जितेंद्र वर्मा का कहना है कि शासन को मामले की जानकारी दे दी गई है। अब तक जिस तरह के मामले सामने आए हैं, उससे अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति भी जांच के दायरे में है। बागपत जिले में अन्य नियुक्तियों की भी जांच कराई जा रही है। जिले में अब 70 से अधिक कर्मचारियों की जांच कराई जाएगी। इनका नवंबर माह का वेतन रोक दिया गया है। जिन कर्मचारियों की नियुक्ति की पुष्टि हो जाएगी, उन्हें ही वेतन दिया जाएगा।

एसआईटी की जांच से खुल सकता है खेल
भर्ती प्रक्रिया में सेंधमारी कर फर्जी ऑफर लेटर के आधार पर नियुक्ति पाने का खेल बागपत में सामने आ चुका है। अन्य जिलों में भी इसी तरीके से भर्ती होने की आशंका है। सीएमओ डॉ. जितेंद्र वर्मा का कहना है कि विभागीय जांच लखनऊ से होगी। लेकिन एसआईटी की जांच पुलिस की संस्तुति के बाद होगी है।


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