मनीष सिसोदिया बोले- BJP का ट्रेडमार्क हो गया है कि केजरीवाल खराब हैं

मनीष सिसोदिया बोले- BJP का ट्रेडमार्क हो गया है कि केजरीवाल खराब हैं
  • भारतीय जनता पार्टी  के प्रवक्ता संबित पात्रा के आरोपों पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा के आरोपों पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने संबित पात्रा पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने 15-20 मिनट अपनी बात रखी, न तो उन्हें वैक्सीन की चिंता है और न उन्हें चिंता है कि लोग तीसरी कोरोना की लहर की बात कर रहे हैं. देश का इतना बड़ा नेता अगर 15 मिनट प्रेस कांफ्रेंस करके कहता है कि केजरीवाल ऐसा है और वैसा है. इसका मतलब सत्ता में बैठी पार्टी के पास ना तो कोई विजन है ना कोरोना मैनेजमेंट के लिए कोई प्रोग्राम है.

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं सोच रहा था कि वह बोलेंगे कि हम फाइजर लेकर आ रहे हैं. मैं सोच रहा था कि बताएंगे कि मॉडर्न कितने दिन में आ रही है और कितने दिन में बच्चों को वैक्सीन लग जाएगी. मैं सोच रहा था कि संबित पात्रा बताएंगे कि 36 हजार करोड़ का जो वैक्सीनेशन के लिए बजट रखा गया था उस पर संबित पात्रा रोशनी डालेंगे, लेकिन कुछ नहीं बताया.

मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि आजकल यह बीजेपी का ट्रेडमार्क हो गया. कोई पूछे कि वैक्सीन कब ला रहे हो तो कहते हैं केजरीवाल खराब हैं. कोई पूछे कि वैक्सीन विदेश क्यों दे दी तो कहते हैं केजरीवाल खराब हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश के लोग वैक्सीन चाहते हैं. केजरीवाल के नाम पर गाली सुनना नहीं चाहते हैं. बीजेपी बताए कि देश की जनता पूछ रही है कि हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश में कितने में बेच कर आ गए.

उन्होंने कहा कि आठ महीने पहले वैक्सीन बनने के बाद भी देश में वैक्सीन उपलब्ध क्यों नहीं है, संबित पात्रा बताएं. संबित पात्रा पर सिसोदिया ने हमला करते हुए कहा कि आपको समझ में नहीं आ रहा था कि कोरोना आ रहा है, वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी. आप चुनाव मैनेजमेंट और इवेंट मैनेजमेंट में व्यस्त थे, आपको इस बात का जवाब देना पड़ेगा. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे देश में प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन है, लेकिन आम आदमी के लिए वैक्सीन केंद्र सरकार नहीं दे रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठकर इस सवाल का जवाब दीजिए कि प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन कहां से आ रही है.