इम्फाल। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा मणिपुर के पर दौरे हैं। गुरुवार को वे यहां पहुंचे हैं। नड्डा के आगमन पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने उनका स्वागत किया। नड्डा ने यहां काकचिंग शहर में एक युवा रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर जैविक खेती के लिए जाना जाता है। यहां पीएम-किसान योजना से 5.82 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। वहीं, वृद्धावस्था पेंशन योजना का एक लाख लोगों को लाभ मिला है।

इस दौरान नड्डा ने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, अन्य राजनीतिक दलों के पास कोई दिशा या दृष्टि नहीं है। उनका एक ही मकसद है भाजपा और पीएम मोदी की आलोचना करना। यही उनकी राजनीतिक संस्कृति है।

विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार और कमीशन उनके दोस्त हैं। दूसरी तरफ हमारे पास देश को आगे ले जाने का एक विजन है। मैं कह सकता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में मणिपुर पूर्वोत्तर भारत में आत्मनिर्भरता का प्रवेश द्वार है।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, कांग्रेस ने मणिपुर को अस्थिरता, उग्रवाद, अराजकता और असमानता दी है। वहीं, भाजपा ने राज्य को इंफ्रास्ट्रक्चर, इनोवेशन और इंटीग्रेशन दिया है। कांग्रेस का युग नाकाबंदी का था। वे आने वाले समय में चुनाव से पहले आपके पास आएंगे, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप एक ऐसी सरकार को चुनें जो आपकी सेवा करे और राज्य को आगे लेकर जाए।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह जी हर 15 दिन में लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को सुलझाते हैं। राज्य ने ड्रग्स की समस्या के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ी है।

बता दें कि मणिपुर में भाजपा पहली बार 2017 में सत्ता में आई थी। 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नागा पीपुल्स फ्रंट और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के गठबंधन ने सरकार बनाई, जिसका नेतृत्व वर्तमान में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह कर रहे हैं। मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल, जिसमें 60 सदस्य होते हैं, 19 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाला है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर में ‘रानी गैदिनल्यू ट्राइबल फ्रीडम फाइटर्स म्यूजियम’ की आधारशिला रखी थी।