नई दिल्ली। अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने विपक्षी दलों के नेताओं की मंगलवार को दिल्ली में बैठक बुलाई है, लेकिन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसमें हिस्सा नहीं लेंगी। तृणमूल कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी है। हालांकि ममता बनर्जी बैठक में क्यों शामिल नहीं होगी इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। गौरतलब है कि इससे पहले ममता ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हाल में दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें पवार भी शामिल हुए थे। ममता समेत विपक्ष के कई नेताओं ने पवार से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का भी अनुरोध किया था लेकिन उन्होंने इससे साफ इन्कार कर दिया था।
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के लिए विपक्षी दलों की एक और बड़ी बैठक होने जा रही है। खबर है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने 21 जून को मीटिंग बुलाई है। संभावना जताई जा रही है कि इसमें 17 दल शामिल हो सकते हैं। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उम्मीदवार के नाम पर विपक्षी पार्टियों के साथ मंथन किया था। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि राकंपा प्रमुख ने 21 जून को दोपहर 2.30 मिनट पर बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीएम बनर्जी की तरफ से बुलाई गई पिछली बैठक की तरह 17 दल शामिल हो सकते हैं। खास बात है कि पवार का नाम ही विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर आगे चल रहा था, लेकिन उन्होंने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया था।
फिर दिखेगी विपक्ष में फूट
तृणमूल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो बनर्जी ने उस दौरान 22 दलों को आमंत्रित किया था। लेकिन बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राकंपा, डीएमके, राजद और वाम दलों ने शिरकत की थी। जबकि, आम आदमी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति, शिरोमणि अकाली दल और बीजू जनता दल ने चर्चा से किनारा कर लिया था। कहा जा रहा है कि आप और बीजद राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का ऐलान होने के बाद ही फैसला लेंगे।
शरद पवार का इनकार
विपक्ष ने पवार की उम्मीदवारी पर सहमति जताई थी, लेकिन उन्होंने इस पेशकश को ठुकरा दिया था। उन्होंने ट्वीट किया कि भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए दिल्ली में हुई बैठक में उम्मीदवार के तौर पर मेरे नाम का सुझाव देने के लिए मैं विपक्षी दलों के नेताओं का धन्यवाद करता हूं। हालांकि, मैं बताना चाहता हूं कि मैंने विनम्रता से मेरी उम्मीदवार से मना कर दिया है।
राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा
चुनाव आयोग की तरफ से जारी कार्यक्रम के अनुसार, 18 जुलाई को मतदान होगा। वहीं, 21 जुलाई को नतीजे जारी हो जाएंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।