ममता बनर्जी बोलीं- तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकारी नहीं

New Delhi : पश्चिम बंगाल में रामनवमी के अवसर पर हिंसा की घटना सामने आई है. हावड़ा के काजीपारा में हिंदू समुदाय के लोगों की ओर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी. इसी दौरान किसी कारण माहौल बिगड़ गया और मामला पथराव से लेकर आगजनी तक पहुंच गया. कुछ असामाजिक तत्वों ने दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की और फिर आग लगा दी. इसे लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है.
हावड़ा हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वे सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए प्रदेश के बाहर से गुंडे बुलाते रहते हैं. किसी ने भी उनकी शोभायात्रा को नहीं रोका था, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का भी कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने क्यों मार्ग बदल दिया और अनधिकृत मार्ग को विशेष रूप से लक्षित करने एवं एक समुदाय पर हमला करने के लिए क्यों चुना?.
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि मेरे आंख-कान पूरी तरह से खुले हुए हैं. पहले ही मैंने आगाह किया था कि मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों से शोभायात्रा न निकालें, सावधानी बरतें. मैंने यह भी कहा था कि अगर रामनवमी के मौके पर जुलूस निकाला तो हिंसा भड़क सकती है. आपको बता दें कि कोलकत्ता में ममता बनर्जी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ 30 घंटे के धरने पर बैठी थीं, जोकि आज खत्म हो गया.
आपको बता दें कि हावड़ा के शिबपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली थी. इस दौरान असामाजिक तत्वों ने शोभायात्रा पर पथराव कर दिया, जिससे वहां हिंसा भड़क उठी. इस दौरान दोनों पक्षों से जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें कई वाहन के शीशे टूट गए. साथ कई दुकानों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस भी छोड़े. इस हिंसा में करीब 10 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं, जबकि पुलिस ने 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.