दिव्यांकों को स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर बनाना सबसे बड़ा पुण्य: जसवंत सैनी

- सहारनपुर में आयोजित कार्यक्रम में मंडलायुक्त को सम्मानित करते जैन समाज के पदाधिकारी।
सहारनपुर। प्रदेश के राज्यमंत्री जसवंत सैनी ने कहा कि दिव्यांगों को स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर बनाने के कार्य से बड़ा कोई पुण्य कार्य हो नहीं सकता। कार्यक्रम में संयुक्त रुप से 201 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग प्रदान किए गए। श्री सैनी आज यहां जैन बाग स्थित जैन मंदिर के विशाल परिसर में जैन समाज एवं पारस नाथ सेवा समिति और श्री चिंतामणि पाश्र्वनाथ सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व में परोपकार और दान के क्षेत्र में जैन समाज का स्थान सर्वश्रेष्ठ है।
जैन समाज का प्रत्येक व्यक्ति दान और परोपकार के कार्यों में अग्रणी रहता है। मंडलायुक्त लोकेश एम. ने कहा कि जैन समाज द्वारा दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से लगाए गये सेवा शिविर में आकर स्वयं को धन्य समझ रहा हूं। समाज के सभी वर्गों द्वारा सेवा का कार्य किया जाता है लेकिन जैन समाज द्वारा की जा रही सेवा अद्भुत-अनुपम है। विश्व में ऐसा सेवाभाव दुर्लभतम है। मैं स्वयं भी चिकित्सक हूं, लेकिन ऐसा सेवाभाव जो जैन समाज में पाया जाता है वह अन्य समाज में दुर्लभता से ही देखने में आता है।
पुलिस उप महानिरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने जैन समाज द्वारा किए गए मानवता के इस पुण्य कार्य की प्रशंसा की करते हुए समय-समय पर ऐसे शिविर लगाते रहने की प्रेरणा दी। नकुड के विधायक मुकेश चौधरी ने अपने विधानसभा क्षेत्र चिलकाना एवं सरसावा में जैन समाज को मानव सेवा हेतु अस्पताल निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की है। विधायक राजीव गुंबर, देवेंद्र निम व मेयर संजीव वालिया द्वारा भी दिव्यांगों को कार्यशाला में अंग-प्रत्यापन के इस पुण्य कार्य की प्रशंसा करते हुए सेवा कार्य में साक्षी बनाने के लिए समाज का धन्यवाद दिया।
इससे पूर्व जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन ने और भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिगणों का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का संचालन भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश जैन एवं अविनाश नाटी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यशाला में किशोर शर्मा महामंत्री, अनिल मित्तल, मुकेश गक्खड़, मनोज जैन, मानसिंह जैन, मयंक गर्ग, विनय जिंदल, माईदयाल सहित समाज के सैंकड़ों गणमान्य व्यक्ति आदि मौजूद रहे।