बहराइच हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई: अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी हटाए गए
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के मामले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। जिले के अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी को उनके पद से हटाकर डीजीपी कार्यालय से संबद्ध किया गया है। उनकी जगह दुर्गा प्रसाद तिवारी को नए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के रूप में नियुक्त किया गया है।
क्या हुआ था बहराइच के महराजगंज में?
घटना के अनुसार, मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ, जिसने हिंसा का रूप ले लिया। झड़प के बाद पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं हुईं, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई। इस हिंसा में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा को गोली मार दी गई, जब वह एक घर की छत पर भगवा झंडा फहरा रहा था। अस्पताल ले जाते समय रामगोपाल की मृत्यु हो गई।
हिंसा के बाद बढ़ा तनाव
रामगोपाल की मौत के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। उसके परिजनों और अन्य स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके दौरान कई घरों, अस्पतालों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात बिगड़ने पर एसटीएफ चीफ को पिस्टल लेकर भीड़ को काबू में करना पड़ा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही।
मुख्यमंत्री योगी का सख्त रुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर लगातार नजर बनाए रखी और शीर्ष अधिकारियों को फील्ड में भेजा। बहराइच में हुई इस घटना को सीधे-सीधे प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर पर चुनौती के रूप में देखा गया। सीएम ने दोषियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
आरोपियों पर कार्रवाई
महराजगंज हिंसा मामले में सभी पांच आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इनकी पेशी सीजेएम प्रतिभा चौधरी के आवास पर हुई, जिसके बाद अब्दुल हमीद, सरफराज उर्फ रिंकू और ग्राम प्रधान पति सहित पांच लोगों को जेल भेज दिया गया।