भव्य रूप से मनाई जाएगी महर्षि वाल्मीमि जयंती
सहारनपुर [24CN]। मण्डलायुक्त लोकेश एम. ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि सभी जनपदों में आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में 20 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती को भव्य रूप में मनाया जाए। वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों से जनमानस को जोडने के लिए महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों, मन्दिरों आदि पर दीप प्रज्जवलन के साथ-साथ अनवरत 08, 12 अथवा 24 घण्टे का वाल्मीकि रामायण का पाठ भी कराया जाए।
मण्डलायुक्त लोकेश एम. ने आज यहां इस आश्य के आदेश जारी करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रम के अन्तर्गत श्रीराम व श्री हनुमान तथा रामायण से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों एवं मन्दिरों का चयन करते हुए, वहाँ सुरूचिपूर्ण आयोजन के साथ रामायण पाठ एवं भजन आदि के कार्यक्रम आयोजित कराये जाएं। उन्होने यह भी निर्देश दिए कि निर्धारित कार्यक्रम को समयबद्ध रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के साथ ही अपेक्षित विवरण भी समयबद्ध उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद के श्रीराम मन्दिर, श्री हनुमान मन्दिर अथवा रामायण से संबंधित अन्य कोई मन्दिर का पूरा पता, फोटो, जीपीएस लोकेशन तथा मन्दिर प्रबन्धक का सम्पर्क नम्बर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। यदि किसी जनपद में राम-जानकी मार्ग तथा राम वन गमन मार्ग के स्थल हो तो उसका पूर्ण विवरण, पता, फोटो तथा सम्पर्क महानुभाव का मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराएं। 08, 12 एवं 24 घण्टे अनवरत रामायण पाठ के लिए जनपद में चयनित मंदिरों एवं स्थलों का विवरण नाम व पते सहित उपलब्ध कराएं। चयनित मंदिरों एवं स्थलों पर कलाकारों, भजन गायकों के नाम, पते एवं मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराने के साथ ही चयनित मंदिरों पर नामित नोडल अधिकारी के नाम, पदनाम, पता तथा मोबाईल नम्बर भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। लोकेश एम. ने निर्देश दिए कि जनपद में जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय समिति का गठन शीघ्र किया जाये जिसके माध्यम से यथेष्ट जानकारी एवं प्रभावी कार्यक्रम सम्पन्न किये जा सकें।
प्रत्येक आयोजन स्थल पर कोविड-19 के शासन के निर्देशों का कडाई से पालन सुनिश्चित किये जाने के लिए संबंधित नोडल अधिकारी, मंदिर प्रबन्धक तथा कलाकारों को भी सुस्पष्ट निर्देश जारी किये जाएं। प्रत्येक आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेयजल, ध्वनि, प्रकाश, दरी, बिछावन एवं सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जाये। उन्होने कहा कि सभी आयोजन स्थलों पर आयोजन के लिए सक्षम स्तर से अनापत्ति प्राप्त की जाए। अनवरत वाल्मीकि रामायण के पाठ के लिए वाल्मीकि रामायण ग्रन्थ की उपलब्धता पूर्व में सुनिश्चित कर ली जाये तथा गायक कलाकारों एवं भजन मण्डलियों को पूर्व में ही अवगत कराया जाये। उन्होंने कहा कि आयोजन तिथि अत्यन्त समीप होने के कारण सभी जिलाधिकारी अपने जनपद में चयनित मंदिरों एवं स्थलों पर कलाकारों का चयन अपनी अध्यक्षता में करेंगें जिसका समन्वय संस्कृति एवं सूचना विभाग द्वारा किया जायेगा।