‘सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा महाराष्ट्र, राहुल गांधी सरासर बोल रहे झूठ’

‘सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा महाराष्ट्र, राहुल गांधी सरासर बोल रहे झूठ’

राहुल गांधी ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर दोपहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिरसा मुंडा और सावरकर के बीच तुलना की और कहा कि बिरसा मुंडा अपने आदर्शों के लिए दृढ़ थे.

New Delhi : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्वतंत्रता सेनानी वी डी सावरकर पर टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वह स्वतंत्रता सेनानी के बारे में ‘पूरी तरह झूठ’ बोल रहे हैं.मुंबई में एक कार्यक्रम में फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग हिंदुत्व विचारक के अपमान का उचित जवाब देंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा, ‘अन्य कांग्रेस नेताओं की तरह राहुल गांधी दिवंगत वी डी सावरकर के बारे में रोज झूठ बोल रहे हैं. महाराष्ट्र के लोग उचित समय आने पर उन्हें उपयुक्त जवाब देंगे.’गांधी पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य के लोग हिंदुत्व विचारक के किसी भी अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

शिंदे यहां सावरकर स्मारक में हिंदुत्व पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में श्रद्धेय स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया गया जबकि ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने इस मुद्दे पर नरम रुख अपनाया है.

इसी कार्यक्रम में शिंदे की अगुवाई वाले गुट से जुड़े लोकसभा सदस्य राहुल शेवाले ने मांग की कि दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी का अपमान करने के लिए राज्य में भारत जोड़ो यात्रा रोकी जाए. कांग्रेस की यह पदयात्रा अभी महाराष्ट्र से गुजर रही है.शिंदे ने कहा, ‘राज्य के लोग किसी भी कीमत पर सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.’

गौरतलब है कि गांधी ने अपनी पदयात्रा के दौरान मंगलवार को वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में हिंदुत्व विचारक सावरकर पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, ‘भाजपा-आरएसएस के प्रतीक सावरकर हैं. वह दो-तीन साल तक अंडमान में जेल में रहे. उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं.’

क्या बोले थे राहुल गांधी?

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंग्रेजों के लिए ‘काम करने’ को लेकर वी डी सावरकर पर निशाना साधा था. गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस ही संविधान की रक्षा कर सकती है, आदिवासियों को शिक्षा दे सकती है और उनकी जमीन और अधिकारों की रक्षा कर सकती है.

राहुल गांधी ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर दोपहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिरसा मुंडा और सावरकर के बीच तुलना की और कहा कि बिरसा मुंडा अपने आदर्शों के लिए दृढ़ थे.

बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाया जाता है. गांधी ने कहा, ‘वह (मुंडा) एक इंच भी पीछे नहीं हटे. वह शहीद हो गए. ये आपके (आदिवासी) प्रतीक हैं और आपको रास्ता दिखाते हैं. भाजपा-आरएसएस के प्रतीक सावरकर हैं. वह दो-तीन साल तक अंडमान में जेल में रहे. उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं.’

राहुल गांधी ने दावा किया कि सावरकर ने खुद पर एक अलग नाम से एक किताब लिखी और बताया कि वह कितने बहादुर थे. उन्होंने कहा, ‘वह अंग्रेजों से पेंशन लेते थे, उनके लिए काम करते थे और कांग्रेस के खिलाफ काम करते थे.’

गांधी ने कहा कि आदिवासी ‘देश के मूल मालिक’ हैं और उनके अधिकार सबसे पहले आते हैं. गांधी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा द्वारा बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चारों तरफ से हमला किया जा रहा है. गांधी ने दावा किया था, ‘भाजपा हर रोज संविधान पर हमला करती है क्योंकि वह यह स्वीकार नहीं करना चाहती कि दलितों, आदिवासियों और गरीबों को अधिकार मिलने चाहिए.’


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