महाराष्ट्र: संजय राउत को मिलेगी राहत? आज होगा जमानत पर फैसला

महाराष्ट्र: संजय राउत को मिलेगी राहत? आज होगा जमानत पर फैसला

संजय राउत की जमानत याचिका पर मुंबई सेशंस कोर्ट आज फैसला सुनाएगा. इससे पहले 2 नवंबर को हुई सुनवाई में अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था.

शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत की जमानत पर आज (9 नवंबर, बुधवार) फैसला आना है. मुंबई के गोरेगांव पत्राचॉल घोटाला के मामले में संजय राउत की जमानत याचिका पर मुंबई सेशंस कोर्ट फैसला सुनाएगा. पिछली सुनवाई में मुंबई सेशंस कोर्ट के स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने राउत की जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. आज यह फैसला सुनाया जाना है. संजय राउत का दावा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उन पर लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है.

दूसरी तरफ ईडी ने हजार करोड़ से अधिक के पत्राचॉल घोटाले में संजय राउत को मास्टरमाइंड बनाया है. ऐसे में आज की सुनवाई में कोर्ट क्या फैसला सुनाता है, इस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं. संजय राउत के साथ ही प्रवीण राउत की जमानत याचिका पर भी आज ही फैसला सुनाया जाना है.

2 नवंबर को हुई सुनवाई में अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था

ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत की जमानत याचिका पर पिछली सुनवाई 2 नवंबर को हुई थी. तब राउत की जमानत याचिका के खिलाफ ईडी ने अपना लिखित जवाब कोर्ट को सौंपा था. इसके बाद न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. आज कोर्ट इस जमानत याचिका पर फैसला सुनाएगा.मुंबई के पत्राचॉल घोटाले के मामले में संजय राउत और प्रवीण राउत न्यायिक हिरासत में हैं. संजय राउत न्यायिक हिरासत का अपना वक्त मुंबई के आर्थर रोड जेल में गुजार रहे हैं.

ऐसे जुड़ा पत्राचॉल घोटाले से संजय राउत का नाम

सांसद संजय राउत को पत्राचॉल घोटाले से जुड़े मामले में 31 जुलाई को ईडी ने अरेस्ट किया था. इसके बाद संजय राउत को पहले ईडी और उसके बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया. तब से ही संजय राउत मुंबई के आर्थर रोड जेल में हैं. ईडी का आरोप है कि पत्राचॉल घोटाला में संजय राउत का सीधा हाथ है. संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत को पत्राचॉल के प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट मिला था. उन्हें चॉल की जमीन का विकास करना था और वहां रहने वाले लोगों को फ्लैट देने के बाद बचे हुए फ्लैट्स म्हाडा और अपनी गुरु आशिष कंस्ट्रक्शंस कंपनी के बीच बांट लेना था. लेकिन उन्होंने कोई डेवलपमेंट का काम किया ही नहीं, फ्लैट्स बनाए ही नहीं और जमीनों को प्राइवेट बिल्डर्स को बेच दिया.

प्रवीण राउत को एचडीआईएल कंपनी से 112 करोड़ रुपए मिले थे. उनमें से करोड़ 6 लाख44 हजार रुपए संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए. ईड़ी का आरोप है कि इन्हीं पैसों से संजय राउत ने अलीबाग में जमीनें खरीदीं. ईडी का आरोप है कि संजय राउत इस घोटाले में सिर्फ भागीदार ही नहीं बल्कि मुख्य सूत्रधार हैं.