महाराष्ट्र: एकनाथ शिंदे की अग्निपरीक्षा आज, सदन में साबित करेंगे बहुमत

- महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन बड़ा है. एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने के बाद आज सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा देनी है. आज एकनाथ शिंदे की सरकार को अपना बहुमत साबित करना है. वो उद्धव ठाकरे की अगुवाई में एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस…
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन बड़ा है. एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने के बाद आज सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा देनी है. आज शिंदे की सरकार को अपना बहुमत साबित करना है. वो उद्धव ठाकरे की अगुवाई में एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस की महाविकास आघाडी सरकार का तख्तापलट कर मुख्यमंत्री बने हैं और शिवसेना की ओर से बीजेपी के साथ गठबंधन में वापस आए हैं. इस बीच उन्हें रविवार को शिवसेना के विधायक दल का नेता चुन लिया. उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मान्यता दी.
सरकार के पक्ष में दिखता है आम बहुमत
बीजेपी और शिवसेना के विधायकों की कुल संख्या अपने आप भारी बहुमत की ओर चली जाती है. अब चूंकि शिवसेना पर विधानसभा में कब्जा एकनाथ शिंदे गुट के पास है. ऐसे में एकनाथ शिंदे की तरफ से जारी व्हिप को मानना शिवसेना के बाकी विधायकों के लिए भी जरूरी हो जाएगा. वर्ना अब तक उद्धव ठाकरे के पक्ष में खड़े सभी 16 विधायकों की सदस्यता पर संकट आ जाएगा. बता दें कि रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के पद पर चुनाव था, जिसमें एकनाथ शिंदे की अगुवाई में सत्ताधारी दल ने जीत हासिल की और बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर को स्पीकर चुन लिया गया. राहुल को जीत के लिए 144 वोटों की जरूरत थी, लेकिन उनके पक्ष में 164 वोट पड़े. अगर यही आंकड़ा आज सरकार के बहुमत परीक्षण के समय मौजूद रहता है, तो एकनाथ शिंदे की सरकार आसानी से अपना बहुमत साबित कर देगी.
बगावत के बाद उद्धव ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया था
गौरतलब है कि शिंद के शिवसेना से बगावत कर विधायकों को अपने साथ लेकर गुजरात चले जाने के बाद महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन की मुख्य पार्टी शिवसेना (Shivsena) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को अपने विधायक दल के नेता पद से हटाने का फैसला किया था. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने सेवरी विधायक अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता बनाया था. गौरतलब है कि शिंदे पार्टी के कुछ विधायकों के साथ गुजरात के सूरत चले गए थे. इसके बाद वह 48 विधायकों के साथ असम चले गए थे. इसके बाद गोवा गए और फिर वहां से लौटकर भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार बनाई है.
