आत्मा व परमात्मा का मिलन है महारास: राधिका

आत्मा व परमात्मा का मिलन है महारास: राधिका
  • सहारनपुर में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का गुणगान करती राधिका दीदी।

सहारनपुर। कथाव्यास राधिका दीदी ने कहा कि भगवान का महारास आत्मा और परमात्मा का मिलन है। राधिका दीदी आज यहां राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत महापुराणा कथा में ज्ञान की अमृत वर्षा कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि भगवान का महारास प्रतीक जीवन में होना आवश्यक है क्योंकि उस महारास में आत्मा और परमात्मा का मिलन होता है। गोपियों ने जन्म-जन्म तप करके भगवान के महारास में स्थान पाया और भगवान के चरणोविंद में परम आनंद को प्राप्त किया। यही जीव के जीवन का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि जिस जीव को परमात्मा के चरण अमृत व दर्शन प्राप्त नहीं होता, उस जीव की मुक्ति नहीं होती है। भगवान श्रीकृष्ण बृज की होली में सभी आत्माओं को अपने परमानंद रूपी रंग से रंगकर उनको संसार के रंग से मुक्त कर अपने परमधाम की अनुभूति करते हैं। इसलिए बृज के रस एवं रंग में रमना अति आवश्यक होता है। ऐसा करने से ही भगवान रमन बिहारी भक्तों के ऊपर कृपा करके उन्हें भव बंधन से पार लगाते हैं। इस अवसर पर मेहरचंद जैन, अश्विनी कुमार, राजेंद्र धीमान, अश्विनी काम्बोज, मुकेश काम्बोज, नरेश चंदेल, सागर गुप्ता, अभिषेक पुंडीर, अनिल चौहान, वर्षा, किरण, बबली, सुचेता, मोहिनी, रेखा, पूनम आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।