महंत नरेंद्र गिरीः CBI करा सकती है साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी, सुशांत केस में भी मिली थी मदद

महंत नरेंद्र गिरीः CBI करा सकती है साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी, सुशांत केस में भी मिली थी मदद
  • महंत नरेन्द्र गिरि केस की जांच कर रही सीबीआई को अभी इस केस में कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है. सीबीआई इस केस के हर पहलू पर जांच कर रही है. सीबीआई इस केस को सुलझाने के लिए नरेन्द्र गिरि की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी करा सकती है.

प्रयागराज: महंत नरेन्द्र गिरि केस  की जांच कर रही सीबीआई (CBI) को अभी इस केस में कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है. सीबीआई इस केस के हर पहलू पर जांच कर रही है. सीबीआई इस केस को सुलझाने के लिए नरेन्द्र गिरि की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी (psychological autopsy) करा सकती है. इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई ने साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी कराई थी. साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी के जरिए ये जानने की कोशिश होगी कि उनका व्यवहार लोगों के साथ कैसा था. उनके दिमाग में क्या चल रहा था.

क्या होती है साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी
साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी सुसाइड के केस में की जाती है. इसके जरिए ये पता किया जाता है कि जिसकी मृत्यु हुई है उसका साइकोलॉजिकल मेकअप क्या था. उसके सोचने का तरीका, उसने मरने के कुछ दिनों पहले क्या किया था? उसका बेहिवियर कैसा था? यह सब कुछ जानने की कोशिश की जाती है. इससे पहले सुशांतसिंह राजपूत के केस में भी साइक्लोजिकल ऑटोप्सी कराई गई थी.

देश में होगा चौथा मामला 
सीबीआई की CFSL लैब में साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की जाती है. इससे पहले सीबीआई बहुचर्चित सुशांत सिंह राजपूत केस, सुनंदा पुष्कर केस और दिल्ली में बुराडी में हुई 11 आत्महत्याओं में साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी कर चुकी है. अब साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी में सीबीआई की फोरेंसिक टीम नरेन्द्र गिरि के दिमाग का अध्ययन कर सकती है. सीबीआई की फोरेंसिक टीम (Forensic Team) नरेन्द्र गिरि के लिखे नोट्स, व्हाट्सएप मैसेज आदि के साथ ही उनके करीबियों से व्यवहार के बारे में पता करेगी. सीबीआई परिवार, दोस्तों, करीबियों और उनके साथ रहने वाले कर्मचारियों से नरेन्द्र गिरि की मनोदशा और व्यवहार के बारे में जानकारी हासिल करेगी.

आरोपियों की मिली रिमांड
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड केस की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. महंत नरेंद्र गिरी केस में गिरफ्तार तीन आरोपी आंनद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की रिमांड सीबीआई को मिल गई है. सीजेएम हरेंद्र नाथ की कोर्ट ने सीबीआई को तीनों आरोपियों की रिमांड 7 दिन के लिए दी है.  तीनों आरोपी मंगलवार सुबह 9 बजे से 4 अक्टूबर शाम 6 तक सीबीआई रिमांड पर रहेंगे.