जगत कल्याण व परम सौभाग्य का आधार है महागौरी

जगत कल्याण व परम सौभाग्य का आधार है महागौरी
Swami Kalendranand Maharaj
  • सहारनपुर में महागौरी की पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु।

सहारनपुर [24CN] । स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मां कालिका श्याम वरण त्यागकर सृष्टि कल्याण हेतु महागौरी बनी हैं। उन्होंने कहा कि महागौरी जगत कल्याण एवं परम सौभाग्य का आधार हैं। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज आज यहां राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में आयोजित चैत्र नवरात्रि महाअष्टमी पूजन कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिव के वक्ष स्थल पर चरण आने से मां का क्रोध शांत हुआ तो शिव की इच्छानुसार मां कालिका ने अपना श्याम वरण त्यागकर महागौरी रूप धारण कर जगत का कल्याण किया।

उन्होंने कहा कि महागौरी सृष्टि में समस्त स्त्री आधार हेतु परम सौभाग्य का सर्वोच्च मार्ग है जो सदैव पतिनुसार मर्यादित भाव का अनुसरण करती है। उन्होंने कहा कि महागौरी करूणा एवं ममता के दिव्य प्रेमरस भाव से जीव मात्र का कल्याण कर अपनी संतान रूप में पुत्रवत पालन करती हैं। उन्होंने कहा कि मां आदि शक्ति महागौरी चराचर में चेतना भाव में वास करती है। इस दौरान पं. अजीत शर्मा, नीरज मिश्रा, ऋषभ शर्मा, योगेश तिवारी, अरूण स्वामी, सुचेता, बाला, बबीता, नरेश चंदेल आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।