गुफा में मिला महाभारत कालीन विमान, रहस्य

हमारे धर्म ग्रंथों में विमानों का जिक्र कई स्थानों पर किया गया है। कुबेर के पास मन की इच्छा से चलने वाला विमान था। यात्री की संख्या के अनुसार उसका आकार कम, ज्यादा भी हो जाता था। कुछ साल पहले कंधार में अमेरिकी सैनिकों को एक गुफा में एक प्रचीन यंत्र मिला जो एक विमान जैसा था। अमेरिकी सैनिक खोज तो कुछ और रहे थे लेकिन जो उन्हें जो मिला उसे देखकर वे अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पा रहे थे। उस गुफा में जब वे सैनिक घुसे तो सामने एक बड़ा-सा और किसी कथा-कहानी में बताया जाने वाला विमान था। कुछ देर बाद वहां टाइमजोन ऐक्टिव हो गया और 8 सैनिक अचानक ही गायब हो गए।

आपको यह तो याद होगा कि आतंकी ओसामा बिन लादेन की खोज के लिए अमेरिका ने कितना सघन ऑपरेशन चलाया था। करीब 10 साल लगा रहा अमेरिका ओसामा को ढूंढने में। इसी खोज के दौरान अमेरिकी सैनिकों को पौराणिक इतिहास से जुड़ा वह यंत्र मिला जो सबके लिए उत्सुकता का केंद्र है। दरअसल, सैनिकों को कंधार की एक गुफा में मिला एक अद्भुत विमान। इसकी जानकारी वैज्ञानिकों को मिली तो चौंकाने वाला सच सामने आया।

इस विमान की लंबाई लगभग 12 फीट है। ऐसे ही एक विमान का उल्लेख महाभारत युग की कथाओ में मिलता है। जिनमें बताया जाता है कि 4 पहियों वाला 12 फीट का एक विमान है। इसके पहियों में कई अस्त्र लगे हैं, जो युद्ध के दौरान शत्रुओं का विनाश करने के लिए पर्याप्त हैं।

जानकारी के मुताबिक, जब इस विमान को सक्रिय करने की कोशिश की गई तो वहां टाइम जोन ऐक्टिव हो गया और देखते ही देखते उस जोन के अंदर खड़े 8 अमेरिकी सैनिक गायब हो गए। एक और खास बात कि इस विमान को सक्रिय करते वक्त तीव्र प्रकाश उत्पन्न हुआ, ऐसे ही प्रकाश उत्पन्न करने वाले विमान का उल्लेख महाभारत की कहानियों में मिलता है।

5/8करीब 5000 साल पुराना है यह विमान!

सैनिकों के गायब होने की इस घटना के बाद रशियन फॉरेनशिक इंटेलिजेंस सर्विस ने इसकी पड़ताल की और एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें बताया गया है कि यह विमान करीब 5000 साल पुराना है और ऐसे विमान का उल्लेख भारतीय ग्रंथ महाभारत में मिलता है।

 

एक और बात जो इसके महाभारत कालीन होने की पुष्टि करती है, वह यह है कि महाराजा धृतराष्ट्र की पत्नी गांधारी, गंधार की राजकुमारी थीं। अफगानिस्तान में स्थित आज का कंधार ही उस वक्त का गंधार राज्य है। जिन्हें इतिहास की जानकारी है, वह जानते हैं कि आज का अफगानिस्तान उस वक्त आर्यावर्त का हिस्सा था।

यहां ऐक्टिव हो जाने वाले टाइम वेल के कारण ही इस विमान को गुफा से निकाल पाना संभव नहीं हो पा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि टाइम वेल एक ऐसा जोन होता है कि यहां आने वाला हर शख्स गायब हो जाता है। ऐसा इस क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली इलेक्ट्रोमेग्नेटिक वेव्स के कारण ही होता है।

संस्कृत के ग्रंथों में मिलता है करीब 113 विमानों का जिक्र

जानकारी मिलने के बाद इसकी जांच में पहुंची टीम के 40 सदस्य और जर्मन शेफर्ड कुत्ते सभी गायब हो गए। क्योंकि जिस वक्त वह इस विमान के बारे में जानकारी जुटा रहे थे उस वक्त टाइम वेल ऐक्टिव हो जाने के कारण वो सब भी सैनिकों की तरह गायब हो गए। वैज्ञानिक उनके मरने की बात इसलिए नहीं कह रहे क्योंकि अब तक उनमें से किसी का भी शव नहीं मिला है। आपको बता दें कि संस्कृत के प्राचीन ग्रंथों में करीब 113 विमानों का जिक्र मिलता है।