लखनऊ। माफिया मुख्तार अंसारी (Mafia Mukhtar Ansari) के आर्थिक साम्राज्य पर योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) की तगड़ी चोट के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी अपना शिकंजा कस दिया है। ईडी (ED) ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) के ठिकानों पर बीते दिनों छापामारी के बाद अब अन्य करीबियों से भी जवाब-तलब किया है। इनको सोमवार को लखनऊ में बयान देने के लिए बुलाया है।

पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों की मुश्किलें और बढऩे वाली हैं। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के जिन करीबियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापामारी की थी। उनसे सोमवार यानी आज लखनऊ में जोनल कार्यालय में जवाब तलब होंगे। जिनके यहां छापेमारी हुई थी उन सभी लोगों को 14 दिन के अंदर ईडी दफ्तर पहुंच कर सही दस्तावेज दिखाने का समय दिया गया है।

सबसे पहले मुख्तार अंसारी के साढ़ू तन्नू अंसारी को नोटिस जारी हुआ है। तन्नू के डालीबाग के घर पर ईडी की टीम ने करीब 12 घंटे तक छानबीन की थी। माना जा रहा है कि इसमें ईडी के हाथ ऐसे दस्तावेज लगे हैं, जिनकी मदद से लखनऊ के कुछ बिल्डर भी इस जांच के दायरे में आ सकते हैं।

कंपनियों के डायरेक्टर्स से भी पूछताछ

इसके अलावा मुख्तार अंसारी और उनके परिवार के सदस्यों की कंपनियों के डायरेक्टर्स से भी पूछताछ होनी है। इनमें विकास कंस्ट्रक्शन, अंसारी कंस्ट्रक्शन एंड इंटरप्राइजेस, ग्लोरीज लैंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड आदि शामिल हैं।

मुख्तार अंसारी के करीबियों के ठिकानों पर छापामारी

प्रदेश में बीते हफ्ते ईडी ने मुख्तार अंसारी के करीबियों के ठिकानों पर छापामारी की। 100 से ज्यादा संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए। इनके बेनामी होने की आशंका में संपत्ति के मालिकों को नोटिस जारी हो रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक, लखनऊ के इन बिल्डर्स को मुख्तार का संरक्षण मिला हुआ था। उनकी बेशकीमती संपत्तियों में मुख्तार की हिस्सेदारी रहती थी।

गाजीपुर में 18 अगस्त को मुख्तार अंसारी के सहयोगियों और परिवारीजन के घर पर ईडी ने छापामारी की। इसमें सांसद अफजाल अंसारी और मुश्ताक खान के यहां ठिकानों पर एक साथ टीम पहुंची थीं।