महाकुंभ में बढ़ती भीड़ को लेकर प्रशासन का बड़ा फैसला, लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाईवे किया गया बंद

रायबरेली। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के लिए महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के चलते लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है। हाइवे पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा दिए गए हैं। दो पहिया वाहन चालकों को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। जिले में प्रवेश कर चुके प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं को जगह-जगह बनाए गए होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है।हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, सीतापुर, लखीमपुर आदि जनपदों के श्रद्धालु प्रयागराज जाने के लिए लखनऊ के रास्ते रायबरेली होते हुए जाते है। ऐसे में इस ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को बछरावां, हरचंदपुर, मिल एरिया, कोतवाली नगर, जगतपुर, ऊंचाहार क्षेत्र में बने होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है।
होल्डिंग एरिया में रुकने के लिए की गई व्यवस्था
वहीं प्रतागपढ़ से सलोन के रास्ते ऊंचाहार जाने वाले श्रद्धालुओं को सलोन में बने होल्डिंग एरिया में रोकने की व्यवस्था की गई है, जबकि कानपुर की ओर से लालगंज डलमऊ के रास्ते जाने वाले वाहन डलमऊ में बने होल्डिंग एरिया में राेके गए हैं। श्रद्धालुओं को समस्या न हो शौचालय, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है।ऊंचाहार के डा आंबेडकर स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय में रुकी उत्तराखंड की हरिप्रिया, निकिता, तुलसी सरकार, अभिषेक ढाली, शिवा ढाली, सपन मंडल, विशाल मंडल, बुलंदशहर के डा कुलदीप कुमार, मनीष कुमार, लखनऊ के रोहित शुक्ला, अमर वर्मा, पुनीत कश्यप, आगरा के स्वामी नित्यानंद आदि ने बताया कि बुधवार की सुबह रोका गया है।
बताया जा रहा है कि महाकुंभ में भीड़ अधिक हो गई है। कब तक रुकना है अभी कुछ क्लीयर नहीं है। श्रद्धालुओं का कहना है कि यदि प्रयागराज नहीं जाने दिया जाता तो स्नान के लिए हम काशी विश्वनाथ जाएंगे। इसी तरह ऊंचाहार के जवाहर इंटर कॉलेज अरखा समेत अन्य होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को राेका गया है।
अफवाहों पर न दें ध्यान: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा, लगातार संगम, नागवासुकी और अखाड़ा मार्ग पर दबाव बना हुए है। लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। ये आयोजन लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है। सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है। आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, आप जहां पर हैं वहीं पर स्नान करें।”