नई दिल्ली। कोरोना वायरस को दुनिया में आए दिसंबर में पूरे दो साल हो जाएंगे, लेकिन अभी भी कई हिस्सों में यह पहले जैसा ही खतरनाक बना हुआ है। भारत ने कोरोना वायरस को काफी हद तक काबू पाया है और तीसरी लहर से अभी भी देश बचा हुआ है। देश में तेजी से वैक्सीनेशन का कार्य भी हो रहा है। हालांकि, बेशक संक्रमण के मामले कम ही रहे हों, लेकिन मौतों में आया उछाल एक चिंता का विषय है। भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। शनिवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 11,850 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 44 लाख 26 हजार 036 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर 1,36,308 हो गए, जो 274 दिनों में सबसे कम है।
सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 555 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,245 हो गई है। पिछले दिनों के मुकाबले में मरने वालों की संख्या में उछाल दर्ज हुआ। बीते दिन भी 501 मौतों की सूचना मिली थी। नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 36 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 139 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामले घटकर 1,36,308 हो गए हैं, जिसमें कुल संक्रमण का 0.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है, जबकि राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.26 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। 24 घंटे की अवधि में सक्रिय COVID-19 केसलोड में 1,108 मामलों की कमी दर्ज की गई है।
दैनिक सकारात्मकता दर 0.94 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले 40 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर भी 1.05 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 50 दिनों से यह 2 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 483 हो गई, जबकि मृत्यु दर बढ़कर 1.35 प्रतिशत हो गई।
राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 111.40 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था।