भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं से किया था कंस का संहार: कथावाचक

भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं से किया था कंस का संहार: कथावाचक
  • सहारनपुर के रामपुर मनिहारान में कथा का बखान करते कथावाचक एवं मौजूद श्रद्धालुगण।

रामपुर मनिहारान। कथा वाचक गोस्वामी ऊधो जी महाराज वृंदावन वाले ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस द्वारा भेजे गए विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद-प्रदान कराया। गुरुवार को खादी भंडार के मैदान के प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा में कथा वाचक गोस्वामी ऊधो जी महाराज वृंदावन वाले ने कहा कि श्री कृष्ण सबके पालन हार है। कथा में भगवान गिरिराज पर्वत को उठाते हुए सुंदर झांकी सजाई गई।

इस दौरान भजनों पर श्रद्धालु देर तक नाचते रहे। प्रसंग में बताया गया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ।

इस मौके पर गोवर्धन लीला की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। कथा का उद्घाटन महिला मंडल की संतोष शर्मा, वंदना कर्णवाल, सरोज शर्मा, दीप प्रज्जवलित विकास कपिल, डॉ. जितेंद्र पाल, पूजा पाल  ने किया। कथा  संचालन में श्रीराम सेवा ट्रस्ट संरक्षक चैधरी रमेश पंवार, अध्यक्ष संदीप मित्तल, मनोज शर्मा पत्रकार, विजय शर्मा हरिओम शर्मा, पदम सिंह एडवोकेट, नीरज शर्मा, सागर, विजय आनंद, जुगमेंद्र रावत, गौरव मित्तल आदि का सहयोग रहा।