मानव कल्याण के लिये अवतार लेते है भगवान: मनोज जी महाराज।

मानव कल्याण के लिये अवतार लेते है भगवान: मनोज जी महाराज।
  • श्रीमद् भागवत कथा का वर्णन करते मनोज जी महाराज

देवबंद [24CN]: नगर की टीचर कालोनी स्थित धर्मशाला में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक स्वामी मनोज जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव का वर्णन किया। जिसे सुनकर श्रदालु भाव विभोर होकर नृत्य करने के लिए हो गये।

कथा वाचक श्री मनोज जी महाराज ने कहा कि जब-जब धरती पर पाप और अशुरी ताकतो का प्रकोप बढता है तब तब मानव कल्याण के लिये भगवान मनुष्य योनि में अवतार लेकर धरती से पाप और अशुरी ताकतो को समाप्त कर लोक कल्याण का मार्ग प्रदत्त करते है। उन्होने भगवान कृष्ण जन्म लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेने के साथ ही धरती पर शांति और खुशहाली छा गई तथा वातावरण में सुगंधित हवा बहने लगी। देवताओ ने उनके जन्म पर स्वर्ग से फुलो की वर्षा की तथा समस्त नन्दवासी खुशी से झुमने, गाने तथा मिठाई वितरीत करते हुए एक दूसरे को बधाई देने लगे। उन्होने कहा कि पापो से मुक्ति पाने के लिये भगवान श्री कृष्ण का नाम जपना सबसे सरल है। श्री कृष्ण जी से प्ररेणा लेकर मनुष्य को अपने जीवन की पुण्य कमाई को धर्म व समाज के कार्य में लगाना चाहिये।

कथा सुनने वालो में  ठाकुर राजबल सिंह, श्रीमती नीलम, कुमारी परी, श्रीमती श्वेता गुप्ता, सतवीर चैधरी, श्रीमती शशी गुप्ता, चैधरी जसवीर, केहर सिंह चैधरी, श्रीमती विनिता (बेबी), मुकेश कुमार, श्रीमती सुधा चैधरी, श्रीमती शुभलेश शर्मा, शिवानी चैधरी, प्रेमचंद, अंकुश चैधरी, श्रीमती सुमन, श्रीमती सविता, श्रीमती डोली गोयल आदि श्रदालु उपस्थित रहे।